भाजपा की तीसरी सूची: 19 दलित, 30 ओबीसी और 36 सामान्य, BJP ने पुराने चेहरों पर फिर जताया भरोसा, नए को भी मौका

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भाजपा ने अपनी टिकट वितरण का ताना-बाना एक बार फिर सामाजिक समीकरणों को ध्यान में रखकर बुना है। पार्टी ने जहां एक ओर करीब 60 फीसदी टिकट पिछड़ों-दलितों को थमाकर अपने 2014 से आजमाए हुए सोशल इंजीनियरिंग के फार्मूले को आगे बढ़ाया है। वहीं 40 प्रतिशत सामान्य वर्ग के प्रत्याशियों पर दांव लगाकर संतुलन बनाने की कोशिश की है। भाजपा की कोर वोटर मानी जाने वाली महिलाओं को भी पार्टी ने 15 टिकट देकर पर्याप्त भागीदारी देने का प्रयास किया है। खास बात यह है कि पार्टी ने जहां अधिकांश पुराने चेहरों पर फिर दांव लगाया है। वहीं नए चेहरों और बाहर से आने वालों को भी समायोजित किया गया है। भाजपा की यह चौथी सूची है। पार्टी अब तक 195 प्रत्याशी घोषित कर चुकी है। पहली सूची में 107, दूसरी में दो, तीसरी में एक और अब चौथी में 85 नाम घोषित किए गए हैं।

भाजपा ने टिकट बंटवारे में विविधता का पूरा ख्याल रखा है। पार्टी फिर 2014 के आजमाए हुए सोशल इंजीनियरिंग के फार्मूले पर ही आगे बढ़ती दिखी है। पार्टी द्वारा शुक्रवार को जारी की गई सूची में शामिल 85 नामों से जातीय गुणा-गणित साधने को लेकर पार्टी द्वारा की गई मशक्कत का अंदाजा लगाया जा सकता है। भाजपा ने 49 टिकट पिछड़ों और दलितों को दिए हैं। जिसमें दलितों को 19 और ओबीसी को 30 टिकट दिए गए हैं। इसके अलावा सामान्य वर्ग में आने वाली जातियों को भी 40 फीसदी से ज्यादा भागीदारी दी गई है। इनके हिस्से में 85 में से 36 टिकट आए हैं। इन सब जातीय गुणा गणित के बीच पार्टी ने जीत के समीकरणों का भी ध्यान रखा है। कुछेक को छोड़कर अधिकांश मौजूदा चेहरों को फिर रिपीट किया गया है।

दूसरे दलों से आने वालों को मिला टिकट

जबकि दूसरे दलों से आने वाले विधायकों को भी टिकट दिए गए हैं। इनमें अदिति सिंह, नितिन अग्रवाल, राकेश सिंह, रामवीर उपाध्याय, हरिओम यादव, अनिल सिंह जैसे नाम शामिल हैं। रामवीर उपाध्याय को सादाबाद, नितिन अग्रवाल को हरदोई और अदिति सिंह को पार्टी ने रायबरेली से प्रत्याशी घोषित किया है। कानपुर के पुलिस कमिश्नर के पद से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने वाले आईपीएस असीम अरुण को कन्नौज सुरक्षित से तथा सपा से आए हरिओम यादव को सिरसागंज से प्रत्याशी बनाया गया है। इन पांचों के भाजपा में शामिल होने के बाद से ही यह माना जा रहा था कि पार्टी इन्हें इन्हीं सीटों से चुनाव मैदान में उतारेगी।

विनय शाक्य गए तो बेटी रिया को टिकट

वहीं शिकोहाबाद, विधूना जैसी सीटों पर पार्टी छोड़ने वालों की जगह दूसरे चेहरों को उतारा गया है। विधूना के विधायक विनय शाक्य के सपा में शामिल होने के बाद पार्टी ने उनकी बेटी रिया शाक्य को प्रत्याशी बनाया है। वहीं शिकोहाबाद में मुकेश वर्मा के जाने के बाद सपा से आए पूर्व विधायक ओमप्रकाश वर्मा निषाद को टिकट दिया गया है। 85 प्रत्याशियों की इस सूची में जलालाबाद, तिलहर और ददरौल विधानसभा दूसरे चरण में हैं। दूसरे चरण की 55 में से 50 सीटों से प्रत्याशियों के नाम पार्टी ने पहली सूची में घोषित किए थे। आज दूसरी सूची में तीन प्रत्याशियों की घोषणा के बाद अब भी दूसरे चरण की दो सीटों से प्रत्याशियों की घोषणा किया जाना बाकी है। सूची में शामिल अन्य सीटें तीसरे और चौथे चरण की हैं। 

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