बुली बाई ऐप केस में मुख्य साजिशकर्ता नीरज बिश्नोई दिल्ली पुलिस के कब्जे में है। पुलिस की इंटेरोगेशन में उसने कई राज खोले हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, उसने ऐप बनाने और ट्विटर अकाउंट्स को लेकर कई बातों का खुलासा किया। कोर्ट ने बुली बाई केस में गिरफ्तार नीरज को सात दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है।
दिल्ली पुलिस विशेष प्रकोष्ठ के मुताबिक, पुलिस के सामने पूछताछ के दौरान बुली बाई ऐप केस के मुख्य साजिशकर्ता नीरज बिश्नोई ने कहा, उसने ऐप को नवंबर 2021 में विकसित किया था और दिसंबर 2021 में अपडेट किया था। उसने कहा कि ऐप के बारे में बात करने के लिए उसने एक और ट्विटर अकाउंट बनाया था। एक अन्य खाते का उपयोग करते हुए उसने कहा कि ‘आपने गलत व्यक्ति को गिरफ्तार किया है’।
गौरतलब है कि गुरुवार को दिल्ली पुलिस ने बुली बाई ऐप के मुख्य साजिशकर्ता को असम से गिरफ्तार किया। आरोपी की पहचान नीरज बिश्नोई के रूप में हुई। नीरज मध्यप्रदेश के सीहोर के एक इंजीनयरिंग कॉलेज का छात्र बताया जा रहा है। इस मामले में इससे पहले तीन और गिरफ्तारियां हुई हैं। मुंबई साइबर सेल ने उत्तराखंड से श्वेता सिंह को और बेंगलुरु से 21 साल के इंजीनियरिंग छात्र विशाल कुमार झा को गिरफ्तार किया था। साथ ही 21 साल के मयंक रावल को बुधवार तड़के उत्तराखंड के कोटद्वार से गिरफ्तार किया है। आरोपी श्वेता सिंह बुली बाई ऐप के कंट्रोलरों में से एक है।