पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद से लगातार उनके अगले कदम और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ उनके गठबंधन को लेकर लगातार कयास लगाए जा रहे हैं। एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कैप्टन ने कहा है कि भाजपा के साथ गठबंधन के लिए मेरी एकमात्र शत्र किसान आंदोलन का संकल्प था।
एनडीटीवी के साथ बात करते हुए कैप्टन ने कहा, “मैं पहले ही प्रधानमंत्री से बात कर चुका हूं, गृह मंत्री से मिल चुका हूं और उनसे गठबंधन के बारे में बात कर चुका हूं। शनिवार को, मैं भाजपा अध्यक्ष से मिलने की उम्मीद करता हूं।” उन्होंने जल्द ही इसकी औपचारिक घोषण होने के संकेत भी दिए हैं।
कांग्रेस ने हाल ही में कहा था कि अमरिंदर सिंह का समर्थन करने वाला कोई विधायक नहीं है। कैप्टन ने इस बयान को खारिज करते हुए कहा कि कांग्रेस के कई विधायक उनसे जुड़ने के लिए उत्सुक हैं। बस आदर्श आचार संहिता लागू होने का इंतजार कर रहे हैं।
कांग्रेस पार्टी की पंजाब इकाई में संकट के बाद अपने विधायकों के विद्रोह के बाद पूर्व कांग्रेस नेता को पिछले महीने राज्य के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद उन्होंने पंजाब लोक कांग्रेस नामक अपनी पार्टी की घोषणा की और कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनावों में सभी 117 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
कल खट्टर से मिले थे कैप्टन
इससे पहले अमरिंदर सिंह ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी अकाली दल से अलग हुए गुट और भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर राज्य में अगली सरकार बनाएगी। कैप्टन ने हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात की थी। अमरिंदर सिंह ने कहा कि मनोहर लाल के साथ यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी। उन्होंने कहा,‘कोई नया राजनीतिक घटनाक्रम नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री के साथ एक बढ़िया कॉफी पी।’
यह पूछे जाने पर कि विधानसभा चुनाव से पहले क्या उनकी पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस में बड़े चेहरे शामिल होंगे, सिंह ने कहा,‘उसके लिए इंतजार कीजिये। सब कुछ ठीक चल रहा है। लोग बेहद उत्साहित हैं और हमारी सदस्यता अच्छी चल रही है। उन्होंने कहा, ‘भगवान ने चाहा तो भारतीय जनता पार्टी और (सुखदेव सिंह) ढींढसा की पार्टी (शिअद संयुक्त) के साथ सीटों का बंटवारा कर हम सरकार बनाएंगे।”