भारतीय जनता पार्टी (BJP) की प्रवक्ता नुपूर शर्मा के बयान पर देशों का विरोध जारी है। खबर है कि अब तक कम से कम 15 देश भारत के खिलाफ आधिकारिक रूप से विरोध दर्ज करा चुके हैं। हालांकि, भारत ने यह साफ कर दिया है कि शर्मा का बयान सरकार के मत को नहीं दर्शाता है। इधर, भाजपा ने प्रवक्ता के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पार्टी से निलंबित कर दिया है।
भारत के खिलाफ विरोध दर्ज करा चुके देशों में ईरान, इराक, कुवैत, कतर, सऊदी अरब, ओमान, संयुक्त अरब अमीरात, जॉर्डन, अफगानिस्तान, बहरीन, मालदीव्स, लीबिया, इंडोनेशिया और पाकिस्तान का नाम शामिल है। इसके अलावा भारत में भी लगातार भाजपा प्रवक्ता के खिलाफ विपक्षी दल नाराजगी जता रहे हैं। शर्मा को गिरफ्तार करने की मांग की जा रही है।
भारत ने ओआईसी के बयान को संकीर्ण सोच वाला बताया
भारत ने सोमवार को इस्लामिक देशों के संगठन (आईओसी) की टिप्पणियों को ‘संकीर्ण सोच वाला, प्रेरित, भ्रमित एवं शरारतपूर्ण बताते हुए खारिज कर दिया। नई दिल्ली ने इस मामले में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ एवं विदेश मंत्रालय के बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि अल्पसंख्यकों के अधिकारों का लगातार उल्लंघन करने वाले एक देश की, किसी दूसरे देश में अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे व्यवहार को लेकर टिप्पणी किसी के गले नहीं उतर रही है
इस्लामिक देशों के संगठन (ओआईसी) के बयानों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिदंम बागची ने कहा कि भारत सभी धर्मों के प्रति सर्वोच्च सम्मान का भाव रखता है और 57 सदस्यीय समूह का बयान निहित स्वार्थी तत्वों की शह पर उसके विभाजनकारी एजेंडे को उजागर करता है। उन्होंने कहा, ”हम ओआईसी सचिवालय से आग्रह करते हैं कि वह सांप्रदायिक रुख को आगे बढ़ाना बंद करे और सभी धर्मों एवं आस्थाओं के प्रति सम्मान प्रदर्शित करे।”
ओवैसी ने की नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष एवं लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को शर्मा की गिरफ्तारी की मांग की। ओवैसी ने मीडिया में बात करते हुए नरेंद्र मोदी सरकार के विदेश नीति की जमकर आलोचना की और भाजपा से शर्मा के निलंबन को महज दिखावा करार दिया।