पांच राज्यों में करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस पार्टी ने 2023 चुनाव को लेकर राज्यों के लिए कमर कसनी शुरू कर दी है। इस बार कांग्रेस की नजर असदुद्दीन औवेसी के गढ़ हैदराबाद को फतह करने पर नजरें हैं। इसके लिए कांग्रेस पार्टी लंबे समय से प्रयास भी कर रही है। आगामी 4 अप्रैल को कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी तेलंगाना पहुंच रहे हैं। हाल के दिनों में कांग्रेस तेलंगाना नेताओं और राहुल गांधी के बीच इस तरह की यह दूसरी बैठक होगी। राहुल ने बुधवार को दिल्ली में अपने आवास पर राज्य के वरिष्ठ पार्टी नेताओं से भी मुलाकात की थी।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी का कहना है कि एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन औवेसी ने इन चुनाव में भाजपा की बी टीम के रूप में काम किया है। ऐसे में अब उनकी नजरें औवेसी के गढ़ हैदराबाद पर हैं। इसी कड़ी में चार अप्रैल को होने वाली बैठक में तेलंगाना कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रेवंत रेड्डी, सांसद उत्तम कुमार रेड्डी, कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी समेत अन्य नेता मौजूद रहेंगे। तेलंगाना के AICC प्रभारी मनिकम टैगोर के भी बैठक में भाग लेने की उम्मीद है।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस अपने सदस्यता अभियान की सफलता के लिए प्रयास कर रही है, पार्टी की तेलंगाना इकाई नए सदस्यों के नामांकन में अन्य दक्षिणी राज्यों से आगे है। सूत्रों ने बताया कि करीब 40 लाख सदस्यों ने तेलंगाना में, कर्नाटक में 34 लाख, महाराष्ट्र में 15 लाख, गुजरात में 10 लाख, केरल में 10 लाख, छत्तीसगढ़ में पांच लाख, बिहार में चार लाख, दिल्ली और राजस्थान में तीन लाख सदस्यों ने पार्टी ज्वाइन की थी।
कांग्रेस का सदस्यता अभियान 1 नवंबर को शुरू हुआ था और पार्टी को चुनावी चुनौतियों के लिए बेहतर तरीके से तैयार करने के लिए डिजिटल सदस्यता पर जोर दिया जा रहा है। यह अभियान 31 मार्च को पूरा होने की उम्मीद है। अब तक लगभग 4.5 करोड़ लोग कांग्रेस के सदस्य बन चुके हैं। गौरतलब है कि तेलंगाना की 119 विधानसभा सीटों पर चुनाव दिसंबर 2023 में या उससे पहले होना है।