पंजाब में करारी हार के बाद कांग्रेसी नेताओं में आपसी फूट खुलकर सामने आ गई है। कांग्रेस प्रवक्ता और आनंदपुर साहिब सीट से सांसद मनीष तिवारी ने ट्वीट के जरिए पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी पर निशाना साधा। तिवारी ने ट्वीट कर भगवंत मान को पंजाब का नया सीएम बनने की बधाई देते हुए कहा कि उन्हें भगवंत मान के शपथ ग्रहण समाहरोह में आने का न्यौता मिला है। लेकिन विडंबना ये है कि उन्हें चरणजीत सिंह चन्नी के शपथ ग्रहण समारोह में नहीं बुलाया गया जबकि वो उन्हीं की पार्टी के विधायक थे।
गौरतलब है कि पिछले महीने मनीष तिवारी ने चरणजीत सिंह चन्नी के भैया वाली बयान पर उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। दरअसल एक रोड़ शो के दौरान चरणजीत सिंह चन्नी ने यूपी-बिहार के लोगों के लिए कहा था कि यूपी-बिहार के भैया को पंजाब में मत घुसने दो। इस बयान पर प्रियंका गांधी समेत कई लोगों ने तालियां बजाई थी। बाद में इस वीडियो पर खूब राजनीति भी हुई। तिवारी समेत कई कांग्रेसी नेताओं ने चन्नी के बयान की निंदा की थी। मनीष तिवारी ने कहा था कि ये भैया का विवाद ऐसा ही है जैसे अमेरिका में ब्लैक को लेकर विवाद है। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा था कि ऐसी सोच समाज को बांटने का काम करती है। मनीष तिवारी ने चन्नी के बयान पर ये भी कहा था कि ऐसा बयान पंजाब की संस्कृति के खिलाफ है
गौरतलब है कि पिछले विधानसभा चुनाव में पंजाब की 117 सीटों में से 77 सीटों पर जीत दर्ज करने वाली कांग्रेस पार्टी इस बार सिर्फ 18 सीटों पर सिमटकर रह गई है। पंजाब में कांग्रेस नेता अब एक दूसरे पर हार का ठीकरा फोड़ने में लगे हैं। पंजाब के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने हार का ठीकरा चन्नी और नवजोत सिंह सिद्धू के सिर फोड़ा है। जाखड़ ने कहा कि चन्नी की महत्वकांक्षा कांग्रेस को पंजाब में ले डूबी। गौरतलब है कि चरणजीत सिंह चन्नी दो सीटों चमकौर साहिब और भदौर सीटे से चुनाव लड़ रह थे और दोनों ही सीटों पर उन्हें आप प्रत्याशी ने हराया। वहीं सिद्धू भी अमृतसर सीट से चुनाव हार गए।