सरकार ने राज्यसभा में कहा कि दूसरी कोविड लहर के चरम के दौरान गंगा पर तैरते हुए शवों की संख्या के बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है।
जूनियर जल शक्ति मंत्री बिश्वेश्वर टुडू ने सोमवार को राज्य सभा में कहा, “गंगा नदी में फेंके गए अनुमानित कोविड-19 से संबंधित शवों की संख्या के बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं है।”
मोदी सरकार के ये कबूलमाना तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन के एक सवाल के जवाब में आया। उन्होंने कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार शवों को निपटाने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी जानकारी मांगी थी। सवालों के जवाब में मंत्री ने कहा कि “लावारिस/अज्ञात, जले हुए/आंशिक रूप से जले हुए शव” नदी या उसके किनारे पाए गए थे, और ये घटनाएं उत्तर प्रदेश और बिहार के जिलों से सामने आई थीं।”
उन्होंने यह भी कहा कि मंत्रालय ने (स्वच्छ गंगा के लिए राष्ट्रीय मिशन के माध्यम से) संबंधित राज्य सरकारों से शवों और निपटान सहित की गई कार्रवाई पर एक रिपोर्ट मांगी थी।