जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आतंकवादियों हमले में मारी गईं शिक्षक रजनी बाला के घर का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने रजनी बाला के परिजनों से मुलाकात की। कुलगाम के गोपालपुरा में एक सरकारी विद्यालय में आतंकवादियों ने जम्मू क्षेत्र के सांबा जिले की रहने वाली अध्यापिका रजनी बाला की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उपराज्यपाल ने रजनी बाला के पति से बात की। उन्होंने सिन्हा को बताया कि उन्होंने ट्रांसफर के लिए आवेदन किया था लेकिन इसे नजरअंदाज कर दिया गया।
राजकुमार बाला ने कहा, “मैंने सुरक्षा चिंताओं के कारण एलजी से मुझे जम्मू क्षेत्र में ट्रांसफर करने की अपील की। रजनी बाला ड्यूटी पर शहीद हो गईं, इसलिए उनका पूरा वेतन उनकी मां की सेवानिवृत्ति की आयु तक ‘गुड़िया’ (बेटी) को जाना चाहिए। तीसरी मांग यह थी कि हमारी बेटी को अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद सरकारी नौकरी मिले। सभी मांगों को स्वीकार कर लिया गया है।”
उन्होंने यह भी बताया कि उपराज्यपाल ने उस तबादला पत्र के बारे में भी पूछा जिसे रजनी बाला ने सुरक्षा खतरे के बीच स्थानांतरण की मांग करते हुए लिखा था। कश्मीर में 1 मई से लक्षित हत्याओं की नौ घटनाएं सामने आई हैं। कुलगाम में एक बैंक प्रबंधक विजय कुमार की हत्या के कुछ घंटे बाद गुरुवार को आतंकवादियों ने एक 17 वर्षीय प्रवासी श्रमिक की गोली मारकर हत्या कर दी। कश्मीरी पंडित राहुल भट की तहसीलदार के कार्यालय के अंदर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। लक्षित हत्या के बीच, कश्मीरी पंडित घाटी से स्थानांतरित होने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।