संसद के शीतकालीन सत्र की आज से शुरुआत होने जा रही है। इससे ठीक पहले आज कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में विपक्षी दलों की बैठक थी। हालांकि, इस बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (TMC) और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) शामिल नहीं हुई। संसद सत्र की शुरुआत से पहले यह विपक्षी एकता के खिलाफ एक झटका है।
आपको बता दें कि संसद सत्र के पहले ही दिन यानी आज मोदी सरकार तीनों कृषि कानून को वापस लेने का विधेयक सदन के पटल पर रखेगी। बताया जा रहा है कि सरकार पहले लोकसभा में कृषि कानून निरस्त विधेयक पेश करेगी, उसके बाद इसे राज्यसभा में ले जाया जाएगा।
माना जा रहा है कि संसद का शीतकालीन सत्र हंगामेदार होगा, क्योंकि विपक्ष ने कई मुद्दों पर चर्चा की मांग की है। हालांकि इस बीच विपक्षी एकता ही कमजोर होती दिख रही है। सत्र के पहले दिन कांग्रेस की ओर से बुलाई गई विपक्ष की बैठक में टीएमसी और आप ने हिस्सा नहीं लिया है।
सत्र शुरू होने से पहले, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार को कहा कि देश के सामने ऐसे कई मुद्दे हैं जिन पर गंभीर चर्चा की जरूरत है। साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि सदन को सुचारू रूप से और व्यवस्थित तरीके से चलाने के लिए सदस्य अपना सहयोग देंगे। सिलसिलेवार किए गए ट्वीट में लोकसभा अध्यक्ष ने आशा व्यक्त की कि सदन की कार्यवाही के दौरान सदस्य अनुशासन बनाए रखेंगे।
संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है और 23 दिसंबर को इसका समापन निर्धारित है। बिरला ने कहा कि देश के सामने कई मुद्दे हैं जिन पर सदन में गंभीर चर्चा किए जाने की जरूरत है। देश के लोग भी इन मुद्दों को उठाए जाने की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह हरसंभव कोशिश करेंगे कि सांसदों को विभिन्न मुद्दे उठाने देने के लिए वह पर्याप्त समय एवं अवसर दें।