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महाकुंभ मेले के दौरान संगम नोज पर भगदड़ मचने से कई लोग घायल हो गए, और योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से क्यों की ये अपील

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महाकुंभ में बुधवार को मौनी अमावस्या के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचे. इस दौरान देर रात संगम नोज पर भगदड़ मच गई जिससे कई लोगों के घायल होने की सूचना है. घायलों का इलाज महाकुंभ मेले में मौजूद अस्पताल में किया जा रहा है. इस घटना के बाद 13 अखाड़ा परिषदों ने अपना अमृत स्नान रद्द करने की घोषणा की है. श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है. सीएम योगी ने भी इस घटना के बारे में बताया है. इस बीच संगम नोज के बारे में समझना जरूरी है कि आखिर यह क्या है और कहां है.

असल में संगम नोज प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ स्थल पर स्थित एक प्रमुख स्नान स्थल है. इसका नाम इसके विशेष आकार की वजह से पड़ा है. इसे सबसे पवित्र स्थान माना जाता है क्योंकि यही वह स्थान है जहां गंगा, यमुना और पौराणिक नदी सरस्वती का संगम होता है. साधु-संत और श्रद्धालु संगम नोज को स्नान के लिए सर्वोत्तम मानते हैं और यहां विशेष स्नान का आयोजन होता है. यही कारण है कि हर बार यहां भारी भीड़ देखने को मिलती है, इस बार भी यही हुआ.

घटना के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे संगम नोज जाने से बचें और अपने निकटतम घाटों पर ही स्नान करें. सीएम योगी ने कहा कि मेला क्षेत्र में स्नान के लिए कई घाट बनाए गए हैं. इसलिए किसी भी एक स्थान पर अधिक भीड़ इकट्ठा करने से बचा जाए. उन्होंने प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करने और किसी भी अफवाह पर ध्यान न देने की अपील की है. सीएम योगी ने यह भी बताया कि पीएम मोदी, गृहमंत्री और बीजेपी अध्यक्ष भी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. मेरी फोन पर बातचीत भी हुई है. पीएम मोदी स्थिति को जानने के लिए 4 बार फोन कर चुके हैं. उनके निर्देशानुसार सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं.

बताया जा रहा है कि भगदड़ तब मची जब भारी संख्या में श्रद्धालु संगम नोज की ओर जाने लगे और स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई. प्रशासन ने तुरंत कई रास्तों को खोला और भीड़ को अन्य स्नान घाटों की ओर डायवर्ट किया, जिससे स्थिति पर काबू पाया गया. इस घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया गया है और अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है. रिपोर्ट्स में दावा है कि भगदड़ एक खंभा टूटने के बाद मची है. कुछ का कहना है कि संगन नोज पर अचानक भीड़ बढ़ने की वजह से एक खंभा टूटकर गिर गया था जिसके चलते भगदड़ मच गई..

मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान महाकुंभ का सबसे महत्वपूर्ण अनुष्ठान माना जाता है. इस वर्ष 144 वर्षों के बाद ‘त्रिवेणी योग’ नामक दुर्लभ खगोलीय संयोग बन रहा है, जिससे इस स्नान का महत्व और भी बढ़ गया है. इस दिन लगभग 10 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना जताई गई थी. फिलहाल भगदड़ में घायल हुए लोगों को मेले में बने केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनके परिजन भी पहुंच रहे हैं. प्रशासन के आला अधिकारी स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं.

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