पश्चिम बंगाल के मंत्री फिरहाद हाकिम और पुलक रॉय हावड़ा जिले के अमटा में छात्र कार्यकर्ता अनीश खान की हत्या को लेकर व्यापक विरोध के बीच शुक्रवार को खान के आवास पर नहीं जा सके। जैसे ही दोनों मंत्री बागानन में नरित के समीप सिमान गोरा इलाके में पहुंचे तो सैकड़ों लोगों ने उनके काफिले को घेर लिया और ‘वापस जाओ’ के नारे लगाए। हालांकि, दोनों मंत्रियों के सुरक्षा कर्मियों ने भीड़ को शांत करने की कोशिश की लेकिन प्रदर्शन जारी रहा जिसके कारण उन्हें वापस लौटना पड़ा।
बाद में रॉय ने पत्रकारों को बताया कि इलाके में एक धार्मिक कार्यक्रम था जिसके कारण भारी भीड़ जमा हो गयी थी। घटना पर प्रतिक्रिया जताते हुए अनीश के भाई सब्बीर खान ने बताया कि हत्या को 41 दिन हो गए हैं। उसने कहा, ‘इस मौके पर एक धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। हम उसमें व्यस्त थे।’
गौरतलब है कि छात्र कार्यकर्ता अनीश खान के परिवार का दावा है कि अनीश को पुलिस की वर्दी पहने लोगों ने 18 फरवरी की रात को उसके घर की तीसरी मंजिल से कथित तौर पर धक्का दे दिया था जिससे उसकी मौत हो गयी थी।