मां काली पर बयान देकर घिरीं अपनी पार्टी की सांसद को ममता बनर्जी ने इशारों में माफी मांगने की नसीहत दी है। उन्होंने गुरुवार को कहा कि लोग गलतियां करते हैं, लेकिन उन्हें सुधारा भी जा सकता है। कोलकाता में स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड बांटने के दौरान ममता बनर्जी ने यह बात कही। उन्होंने महुआ मोइत्रा का नाम लिए बिना ही कहा, ‘हम जब काम करते हैं तो गलतियां भी करते हैं, लेकिन उन्हें सुधारा जा सकता है। कुछ लोग तमाम अच्छे कामों को नहीं देखते हैं और अचानक चिल्लाना शुरू कर देते हैं। नकारात्मकता हमारे दिमाग के सेल्स को प्रभावित करती है। इसलिए सकारात्मक विचार ही मन में लाएं।’
ममता बनर्जी ने यह टिप्पणी ऐसे वक्त में की है, जब पार्टी की सांसद महुआ मोइत्रा मां काली पर दिए अपने बयान को लेकर घिरी हुई हैं। हिंदू संगठनों के अलावा विपक्षी दल भाजपा भी हमलावर है। वहीं महुआ मोइत्रा का कहना है कि वह अपने बयान पर कायम हैं और उन्होंने कुछ भी गलत नहीं कहा है। असम, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में महुआ मोइत्रा के खिलाफ शिकायतें दर्ज कराई गई हैं और उनसे माफी की मांग की जा रही है। वहीं टीएमसी ने उनके बयान से दूरी बना ली थी और कहा था कि उनकी टिप्पणी पार्टी का मत नहीं है। किसी भी तरीके से पार्टी की राय यह नहीं है।
पार्टी के बयान से दूरी बनाने के बाद से ही महुआ मोइत्रा और टीएमसी के बीच रिश्ते बिगड़ते भी दिखे हैं। महुआ मोइत्रा ने बुधवार को कल टीएमसी के ट्विटर अकाउंट को अनफॉलो कर दिया था। हालांकि इस बारे में पूछे जाने पर मोइत्रा ने कहा था कि वह टीएमसी नहीं बल्कि ममता बनर्जी को फॉलो करती हैं। इसके अलावा उन्होंने बीजेपी को चुनौती देते हुए कहा था कि वह साबित करे कि उनकी ओर से क्या गलत कहा गया है। इसके अलावा उन्होंने ट्वीट किया था, ‘मैं ऐसे भारत में नहीं रहना चाहती जहां हिंदू धर्म के बारे में भाजपा का एकाधिकारवादी पितृसत्तात्मक ब्राह्मणवादी दृष्टिकोण प्रबल होगा और हममें से बाकी लोग उसी के इर्द-गिर्द घूमें। मैं इस पर मरने तक कायम रहूंगी। एफआईआर दर्ज करो- मैं हर अदालत में उसका सामना करूंगी।’