राजस्थान के उदयपुर में मंगलवार को कन्हैयालाल नाम के टेलर की गला रेतकर हत्या कर दी गई। पैगंबर मोहम्मद को लेकर बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट की वजह से मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद नाम के आरोपियों ने उसका गला रेत दिया। कपड़े सिलवाने के बहाने दुकान में घुसे आरोपियों ने धारदार हथियार से हमला किया। कन्हैयालाल की हत्या से उपजे आक्रोश को देखते हुए अशोक गहलोत सरकार ने पूरे राजस्थान में 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद कर दिया है और सभी जिलों में धारा 144 लगा दी है। दोनों आरोपी राजसमंद से गिरफ्तार कर लिए गए हैं। सरकार ने धमकी के बावजूद समझौता कराने वाले पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया है। कन्हैया के परिजनों के लिए आर्थिक मदद और परिवार के दो सदस्यों को नौकरी देने का ऐलान किया गया है।
उदयपुर की घटना को लेकर एडीजी, एटीएस और एसओजी की अध्यक्षता में एसआईटी का गठन किया गया है। विशेष अनुसंधान दल एडीजी, एटीएस और एसओजी अशोक राठौर की अगुआई में काम करेगा। एसआईएटी में आईजी पुलिस, एटीएस प्रफ्फुल कुमार, पुलिस अधीक्षक गौरव यादव, सीआईडी अपराध शाखा उदयपुर गोपाल स्वरूप मेवाड़ा और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनंत कुमार भी शामिल हैं। महानिदेश इंटेलिजेंस उमेश मिश्रा ने बताया कि एसआईटी घटना के सभी पहलुओं की जांचकर रिपोर्ट जल्द ही राज्य सरकार को देगी।
उदयपुर में कन्हैयालाल को धमकी मिलने के बाद उसने पुलिस से सुरक्षा मांगी थी। लेकिन एएसआई भंवरलाल ने दो पक्षों को बुलाकर समझौता करा दिया था। अब लापरवाही उजागर होने के बाद एएसआई को सस्पेंड कर दिया गया है।