प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि यदि देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल कुछ और समय तक जीवित रहते तो गोवा पुर्तगाली शासन से काफी पहले मुक्त हो गया होता। माना जा रहा है कि गोवा की मुक्ति में देरी के लिए पीएम मोदी का निशाना पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू की ओर था। मोदी और उनकी पार्टी बीजेपी कश्मीर समस्या के लिए भी नेहरू को जिम्मेदार ठहराते हुए कह चुके हैं कि यदि सरदार पटेल को इससे निपटने दिया गया होता बेहतर होता। पीएम मोदी ‘गोवा मुक्ति दिवस’ पर पणजी में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। हर साल 19 दिसंबर को गोवा मुक्ति दिवस मनाया जाता है। आज ही के दिन 1961 में भारतीय सैनिकों ने इसे पुर्तगाली शासन से मुक्त कराया था।
पीएम मोदी ने कहा, ”यदि सरदार पटेल कुछ और समय तक जीवित रहे होते तो गोवा पहले मुक्त हो गया होता।” नेहरू कैबिनेट में उपप्रधानमंत्री और गृहमंत्री रहे पटेल की मृत्यु 15 दिसंबर 1950 को हो गई थी। उन्हें महाराष्ट्र के मराठवाड़ा को निजाम शासन से मुक्ति दिलाने का श्रेय दिया जाता है। पीएम मोदी ने स्वतंत्रता सेनानियों की तारीफ (गोवा के बाहरी सहित) की जोकि राज्य की आजादी के लिए लड़े। भारत को आजादी मिलने के बाद भी वे गोवा को स्वतंत्र कराने के लिए लड़ते रहे। पीएम ने कहा, ”उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि गोवा को आजाद कराने का संघर्ष भारत की आजादी के बाद खत्म ना हो जाए।”