बेटा और बेटी के लिए आमने-सामने नीतीश के दो मंत्री

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समस्तीपुर- समस्तीपुर लोकसभा का चुनाव दिलचस्प मोड़ पर जाता दिख रहा है. 25 साल की शाम्भवी तपती धूप में जोरशोर से प्रचार कर रही हैं. वहीं स्थानीय बनाम बाहरी के मुद्दे को तूल देकर कांग्रेस के प्रत्याशी सन्नी हजारी बाजी मार लेने के लिए दिन रात एक किए हुए हैं. समस्तीपुर में दोनों प्रत्याशी जेडीयू के दो मंत्री के बेटे और बेटी हैं. इसलिए शाम्भवी चौधरी के पिता अशोक चौधरी बेटी के पक्ष में चुनाव प्रचार करने के लिए समस्तीपुर में ही डेरा डाले हुए हैं. वहीं कांग्रेस प्रत्याशी सन्नी हजारी के पिता महेश्वर हजारी भी जेडीयू में कद्दावर मंत्री हैं लेकिन पुत्र सन्नी हजारी को जिताने के लिए वो भी लगातार समस्तीपुर में कैंप किए हुए हैं. जाहिर है दो मंत्रियों की साख दांव पर है. ऐसे में चिराग पासवान की पार्टी से लड़ रहीं शाम्भवी चौधरी अपनी जीत को लेकर आश्वस्त दिख रही हैं तो वहीं सन्नी हजारी समस्तीपुर के होने की वजह से स्थानीय बनाम बाहरी के मुद्दे को जनता के सामने रखकर पुरजोर प्रयास करते दिख रहे हैं.

सन्नी हजारी समस्तीपुर से अपनी राजनीतिक विरासत पर पकड़ मजबूत करने के लिए भरपूर प्रयास करते दिख रहे हैं. सन्नी हजारी एनआईटी से इंजीनियर हैं. वहीं शाम्भवी अभी पीएचडी कर रही हैं. दोनों उम्मीदवार अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी हैं, जो राजनीति की बागडोर को मजबूती से थामने के लिए आमने सामने हैं. सन्नी हजारी के पिता महेश्वर हजारी परिसीमन के ठीक बाद भी समस्तीपुर से सांसद रह चुके हैं. वहीं सन्नी हजारी के दादा रामसेवक हजारी 1977 में रोसड़ा से सांसद चुने जा चुके हैं. सन्नी हजारी के पक्ष में समस्तीपुर का लोकल होना एक फैक्टर है. लेकिन चुनाव से ठीक पहले समस्तीपुर में घर खरीदकर शाम्भवी चौधरी भी स्थानीय निवासी होने का जोरदार दावा कर रही हैं.

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