प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से समाजवादी पार्टी की लाल टोपी को खतरे की निशानी बताए जाने को लेकर अब अखिलेश यादव ने पलटवार किया है। पीएम मोदी ने शुक्रवार को काशी में रोड शो के दौरान केसरिया रंग की टोपी पहनी तो सपा अध्यक्ष इस पर तंज कसने से नहीं चूके।
आजमगढ़ में शनिवार को रैली करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, ”जो लोग लाल टोपी की बुराई करते थे, हमारे सफेद टोपी वालों के साथ अन्याय किया। जो लाल टोपी की बुराई करते थे और सफेद टोपियों के साथ अन्याय किया, बताओ उन्होंने टोपी पहन ली कि नहीं? टोपी लाल, सफेद नहीं पहनी, किसी और रंग की पहनी है। ये लोग रंग बदलने वाले हैं। ये लोग कोई रंग बदल लें, लेकिन उत्तर प्रदेश की जनता इन्हें सबक सिखाने वाली है।
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी ने किसानों से आय दोगुनी करने का वादा किया था लेकिन डबल इंजन की सरकार ने ऐसा नहीं किया। लोग महंगाई से परेशान हैं। जिस तरह पेट्रोल-डीजल महंगा कर दिया। जब खाद की जरूरत थी, खाद नहीं मिली। इस बार किसान भी उसी तरीके से इनके खिलाफ वोट करेंगे। जैसे डीएपी नहीं मिली, बीजेपी को वोट भी नहीं मिलने जा रहा है। आज हर घर में एक बेरोजगार बैठा है। नौजवान 5 साल से नौकरी का इंतजार कर रहे हैं।
करहल से विधानसभा चुनाव लड़ रहे आजगढ़ के सांसद अखिलेश यादव ने कहा, ”आज मुझे बहुत सभाएं करनी है। आखिरी दिन इसलिए आया क्योंकि आखिरी दिन में ही अपने लोगों से निवेदन करने आया हूं। यह वह आजगढ़ जिला है जिसने हमेशा समाजवादियों का सम्मान बढ़ाया है। जितना लगाव हम लोगों को, पार्टी के लोगों को आजमगढ़ की जनता से है, शायद और किसी जिले की जनता से नहीं है। हमने खुद अपना गढ़ माना आजमगढ़। किसी ने हमसे सड़क नहीं मांगी है।