कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में ‘संजीवनी’ साबित हो चुके कोविशील्ड और कोवैक्सीन को लेकर अच्छी खबर है। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने गुरुवार को कोविशील्ड और कोवैक्सीन को बाजार में उतारने की सशर्त मंजूरी दे दी है। लेकिन वैक्सीन लगाने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य होगा। उधर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि सरकार का नि:शुल्क टीकाकरण अभियान जारी रहेगा।
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने बड़ा फैसला लेते हुए कोविशील्ड और कोवैक्सीन के लिए सशर्त बाजार में मंजूरी दे दी। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय से मिली खबरों के मुताबिक, हाल ही में हुई एक बैठक में दोनों प्रमुख टीकों की कीमतों की कैपिग पर भी चर्चा की गई थी।
मेडिकल स्टोर में नहीं मिलेगी वैक्सीन
डीजीसीआई के मुताबिक, मेडिकल स्टोर पर वैक्सीन नहीं मिलेगी। टीके की खुराक अस्पताल और क्लीनिक से खरीदी जा सकती है। टीकाकरण डाटा हर छह महीने में डीसीजीआई को जमा करना होगा। CoWIN ऐप पर भी डाटा अपडेट किया जाएगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने जानकारी देते हुए कहा कि नि:शुल्क टीकाकरण का सरकारी अभियान जारी रहेगा। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने अब कोवैक्सिन और कोविशील्ड की अनुमति को आपातकालीन स्थितियों में प्रतिबंधित उपयोग के साथ वयस्क आबादी के लोगों को कुछ शर्तों के साथ अनुमति दी है
95 प्रतिशत आबादी को पहली खुराक
देश में कोरोना टीकाकरण को लेकर जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में अब तक 95% लोगों को पहली खुराक और 74% लोगों को दूसरी खुराक लग चुकी है। जबकि 97.03 लाख की आबादी को बूस्टर डोज लग चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने आगे बताया कि 27 जनवरी तक भारत में 22,02,472 कोरोना के सक्रिय मामले हैं। मामले की सकारात्मकता दर 17.75% (पिछले एक सप्ताह में) है। 11 राज्यों में 50,000 से अधिक सक्रिय मामले हैं। महाराष्ट्र, कर्नाटक और केरल में 3 लाख से अधिक सक्रिय मामले हैं।