ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने सेना में भर्ती की नई योजना अग्निपथ के लिए मोदी सरकार को जमकर कोसा है। अग्निपथ को लेकर देश के कई हिस्सों में हो रही हिंसा के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए ओवैसी ने पीएम से अपील की है कि वह इस स्कीम को वापस ले लें। हालांकि, एक टीवी डिबेट के दौरान जब उनसे यह कहा गया कि वह हिंसा करने वालों से ऐसा ना करने की अपील कर दें तो सांसद ने साफ इनकार कर दिया और कहा कि सरकार इसके लिए जिम्मेदार है।
न्यूज चैनल आज तक के टीवी डिबेट शो पर उनसे बार-बार कहा गया कि वह एक बार हिंसा की आलोचना कर दें और अपील करें कि ट्रेन में आगजनी बंद कर दें। ओवैसी ने इसके लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार बताते हुए कहा, ”हरगिज नहीं कहूंगा मैं, हरगिज नहीं कहूंगा मैं, हरगिज नहीं कहूंगा मैं।” हालांकि उन्होंने यह जरूर कहा कि देश में हिंसा की कोई जगह नहीं है।
ओवैसी ने कहा कि देश में 2 साल में चुनाव तो हुए लेकिन सेना में भर्ती नहीं हुई। उन्होंने कहा, ”मैं भाजपा से अपील कर रहा हूं कि आप देश की जनता की आवाज को सुनिए, अपनी गलती मानिए और फैसले को वापस ले लीजिए। यह क्यों हुआ, देश के प्रधानमंत्री से मैं हाथ जोड़कर अपील करता हूं कि आप फैसले को वापस लीजिए। यदि हिंसा हो रही है तो सरकार क्या कर रही है। सरकार जिम्मेदार है। बुलडोजर, बुलडोजर कर रहे थे, क्या हुआ बुलडोजर का।”