रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क्रांतिधरा पर एक नया इतिहास रचेंगे। क्रांतिधरा मेरठ में वे पहली बार 1857 के क्रांति उद्गम स्थल (औघड़नाथ मंदिर) और शहीद स्मारक में क्रांतिकारियों को नमन करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में सरकार बनने के बाद क्रांति दिवस की पूर्व संध्या पर नौ मई 2017 को मेरठ में क्रांतिकारियों को नमन करने आए थे।
2013 में पहली बार नरेंद्र मोदी ने मेरठ से पश्चिम उत्तर प्रदेश की नब्ज पर हाथ रखा था। 2014 में शताब्दीनगर में उन्होंने चुनावी शंखनाद किया। 2017 में भी पश्चिम को मोदी ने मेरठ से ही संदेश दिया था। 2019 के लोकसभा चुनाव में मोदी तीसरी बार मेरठ आए, लेकिन इस बार कार्यक्रम स्थल शताब्दीनगर की जगह मोदीपुरम में सिवाया टोल के पास था।
प्रधानमंत्री बनने से पूर्व और प्रधानमंत्री बनने के बाद वे क्रांतिधरा को हमेशा नमन करते रहे, लेकिन सात साल में पहली बार ऐसा होगा कि प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री एक साथ क्रांति उद्गम स्थल औघड़नाथ मंदिर और शहीद स्मारक, अमर जवान ज्योति पर क्रांतिकारियों को नमन करेंगे।
2017 में प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद क्रांति दिवस 10 मई की पूर्व संध्या पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मेरठ आए थे। क्रांतिकारियों को नमन कर भैंसाली ग्राउंड में सभा को संबोधित किया था। अब प्रधानमंत्री क्रांतिकारियों को नमन कर सलावा में मेजर ध्यानचंद खेल विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे।
आज होगा स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का शिलान्यास
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को मेरठ में मेजर ध्यानचन्द स्टेट स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का शिलान्यास करेंगे। शिलान्यास कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल होंगे। मेजर ध्यानचन्द स्टेट स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी में खेलों के विश्वस्तरीय शिक्षण एवं प्रशिक्षण की व्यवस्था होगी। संस्थान में विश्वस्तरीय अत्याधुनिक स्पोर्ट्स इन्फ्रास्ट्रक्चर
स्थापित किया जाएगा। खेल, खेल विज्ञान तथा खेल प्रौद्योगिकी के विभिन्न पाठ्यक्रमों के साथ प्रशिक्षण एवं शोध कार्य संचालित किया जाएगा। यह विश्वविद्यालय 700 करोड़ रुपए की लागत से लगभग 91.38 एकड़ भूमि पर स्थापित किया जाएगा।