कोरोना महामारी को लेकर सरकार पर विपक्षी दल खासा हावी है, लेकिन पीएम मोदी कोरोना के खिलाफ लड़ाई को लेकर सरकार की तारीफ करते नजर आते हैं। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 जुलाई को संसद के दोनों सदनों के सभी दलों के नेताओं को देश में कोविड-19 की स्थिति पर एक प्रजेंटेशन दे सकते हैं।
एक न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से कहा कि सभी दलों के नेताओं से चर्चा के बाद प्रजेंटेशन का समय तय किया जाएगा। वहीं, संसद के मानसून सत्र से पहले रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई गई थी। बैठक में संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने घोषणा की कि मोदी दोनों सदनों के सदस्यों को 20 जुलाई को संबोधित करेंगे और महामारी पर बात करेंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा- सरकार संसद में हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के मानसून सत्र से पहले रविवार को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में कहा कि सरकार संसद में विभिन्न मुद्दों पर स्वस्थ और सार्थक चर्चा के लिए तैयार है।
संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने बैठक में प्रधानमंत्री के कथन को उद्धृत करते हुए कहा कि उन्होंने सदन में विभिन्न दलों के नेताओं से कहा है कि सरकार नियमों और प्रक्रिया के तहत उठाए गए मुद्दों पर स्वस्थ और सार्थक चर्चा को तैयार है।
सर्वदलीय बैठक में 33 पार्टियों ने हिस्सा लिया। इसमें प्रधानमंत्री ने कहा कि जनप्रतिनिधियों खासतौर पर विपक्ष के सुझाव मूल्यवान हैं, क्योंकि वे चर्चा को समृद्ध बनाते हैं। यह सर्वदलीय बैठक संसद का मॉनसून सत्र शुरू होने से एक दिन पहले हुई, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सदन में विभिन्न पार्टियों के नेताओं ने हिस्सा लिया।
सरकार को घेरेगा विपक्ष
संसद सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक बुलाने की परंपरा है। संसद का मानसून सत्र 19 जुलाई से शुरू होकर 13 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान संसद में 19 दिन कामकाज चलेगा। कोरोना की दूसरी लहर के बाद यह संसद का पहला सत्र होने जा रहा है।
मानसून सत्र के इस बार हंगामेदार होने की आशंका है। विपक्षी पार्टियां भाजपा सरकार को पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दाम, कोविड कुप्रबंधन और वैक्सीन की किल्लत, विदेश नीति, राफेल डील समेत जैसे कई मुद्दों पर घेरने की तैयारी की है।