कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी नेशनल हेराल्ड केस में पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर पहुंचने वाली हैं। इस दौरान उनके साथ पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी भी होंगी। यही नहीं वह दफ्तर के अंदर भी मौजूद रहेंगी। इसकी वजह यह है कि सोनिया गांधी की दवाएं लेकर वह जाएंगी क्योंकि उन्हें कभी भी उनकी जरूरत पड़ सकती है। एजेंसी की ओर से उन्हें इसकी इजाजत दी गई है। सोनिया गांधी से ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर लेवल के अधिकारी पूछताछ करेंगे। कहा जा रहा है कि दफ्तर तक राहुल गाांधी, अशोक गहलोत, आनंद शर्मा समेत कई और सीनियर नेता भी साथ जा सकते हैं। वहीं बड़ी संख्या में कांग्रेस वर्कर भी सड़कों पर उतरने की तैयारी में हैं।
कांग्रेस ने सोनिया गांधी से पूछताछ के मौके पर शक्ति प्रदर्शन का फैसला लिया है। आज सुबह ही बड़ी संख्या कांग्रेस के कार्यकर्ता पार्टी दफ्तर पहुंचे थे और उनके समर्थन में जमकर नारेबाजी की। इस बीच विपक्ष के नेताओं की ओर से एक साझा बयान जारी किया गया है, जिसमें नरेंद्र मोदी सरकार पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाया गया है। इस बयान में कहा गया है कि मोदी सरकार बदले की कार्रवाई के तहत राजनीतिक नेताओं को परेशान कर रही है। देश भर में कांग्रेस ने ईडी के दफ्तरों का घेराव करने की भी योजना बनाई है। खासतौर पर दिल्ली में कांग्रेसियों के सड़कों पर उतरने से कई जगहों पर जाम की स्थिति पैदा हो गई है।
इस बीच यह मुद्दा लोकसभा में भी उठा है। कांग्रेस नेताओं ने इसे लेकर जमकर हंगामा किया। इसके जवाब में केंद्रीय मंत्री प्रलहाद जोशी ने कहा कि कानून के सामने क्या सभी लोग समान हैं या नहीं। क्या सोनिया गांधी सुपर ह्यूमन बींग हैं। कांग्रेस को लगता है कि सोनिया गांधी कानून से ऊपर हैं। बता दें कि सोनिया गांधी को ईडी ने इससे पहले 8 जून और 21 जून को पेशी के लिए बुलाया था, लेकिन उन्होंने मोहलत मांगी थी। वह पिछले दिनों कोरोना से भी संक्रमित थीं। इसीलिए उन्होंने पेशी से मोहलत मांगी थी। इससे पहले जून में ईडी ने राहुल गांधी से भी पूछताछ की थी।