पंजाब में आम आदमी पार्टी सरकार की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। डेयरी किसानों ने अपनी मांग को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ 21 मई को आंदोलन शुरू करने का फैसला किया है। उनकी मांग है कि दूध के दाम में कम से कम 7 रुपये प्रति किलो की बढोतरी की जाए। प्रोग्रेसिव डेयरी फॉरमर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष दलजीत सिंह सदरपुरा के मुताबिक उनकी सरकार से बहुत उम्मीदें हैं लेकिन सरकार उनकी मांगों पर बिलकुल ध्यान नहीं दे रही है इसलिए डेयरी किसानों ने 21 मई को सरकार के खिलाफ आंदोलन करने का फैसला किया है।
सदरपुरा के मुताबिक पंजाब में डेयरी उद्योग को चलाने में डेयरी किसान बड़ी भूमिका निभाते हैं। लेकिन पिछले चार सालों से दूध की कीमतें नहीं बढ़ी हैं जबकि खर्चे काफी बढ़ चुके हैं। ऐसे में कई किसान कर्ज के नीचे दबे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान को कर्ज से निकालने और डेयरी उद्योग को वापस पटरी पर लाने के लिए प्रति किलो दूध पर कम से कम सात रुपये की बढोतरी की जानी चाहिए।
सदरपुरा ने ये भी कहा कि कोरोना काल में दूध की कीमतों में कमी के चलते पिछले दो सालों में कई डेयरी किसान कर्ज तले दब गए हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब के वर्तमान मुख्यमंत्री दूसरी किसानी समस्याओं पर तो ध्यान दे रहे हैं लेकिन डेयरी किसानों की मांग को नजरअंदाज कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि खेती का सबसे अच्छा विकल्प डेयरी उद्योग है लेकिन सरकार इस बात को नहीं समझ रही जिससे डेयरी उद्योग धीरे-धीरे बैठता जा रहा है।