नई दिल्ली : इस समय सरकार बड़ी मात्रा में गेहूं खरीद रही है. पिछले साल की गेहूं खरीद का रिकॉर्ड टूटने की संभावना है. फिलहाल गेहूं की खरीद करीब 261 लाख टन है. एफसीआई अधिकारियों को भरोसा है कि यह खरीद 27 लाख टन तक पहुंच जाएगी. फिलहाल 260.8 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा जा चुका है. इसलिए इस बात की प्रबल संभावना है कि सरकार इस साल गेहूं खरीद का पिछले साल का रिकॉर्ड तोड़ देगी. क्योंकि कई राज्यों में अभी भी सरकार गेहूं खरीद रही है.
मिली जानकारी के मुताबिक, मध्य प्रदेश ने गेहूं खरीद की अवधि 31 मई तक बढ़ा दी है. पंजाब और हरियाणा ने अब तक अधिक गेहूं खरीदा है। उत्तर प्रदेश में भी गेहूं खरीद को बढ़ावा देने के प्रयास चल रहे हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, पंजाब में 124 लाख टन और हरियाणा में 71.4 लाख टन गेहूं खरीदा गया है. भारतीय खाद्य निगम के अधिकारियों के अनुसार, कुल गेहूं खरीद 27 मिलियन टन तक पहुंचने की उम्मीद है।
खरीद का वर्तमान स्तर और हमारे पास मौजूद स्टॉक प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना और अन्य कल्याणकारी योजनाओं के तहत 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त खाद्यान्न उपलब्ध कराने की खाद्य सुरक्षा आवश्यकता को पूरा करने के लिए पर्याप्त होगा। हमारे पास बाजार के लिए अच्छे स्टॉक भी होंगे।’ अधिकारियों ने बताया कि जरूरत पड़ने पर कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए हस्तक्षेप किया जाएगा। मध्य प्रदेश में गेहूं की खरीदी कम हो गई है. जबकि उत्तर प्रदेश और राजस्थान में खरीदारी में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। खरीद के मौजूदा स्तर को देखते हुए, सरकार द्वारा इस वर्ष गेहूं निर्यात प्रतिबंध हटाने की संभावना नहीं है।