संसद भवन परिसर में प्रधानमंत्री मोदी से शरद पवार की मुलाकात के बाद कयासों का बाजार गर्म हो गया है। आज दोनों नेताओं ने लगभग 20 मिटन तक बातचीत की। एनसीपी चीफ संसद भवन परिसर में प्रधानमंत्री कार्यालय में उनसे मिलने गए थे। सूत्रों का कहना है कि महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार के नेताओं के खिलाफ ईडी की कार्रवाई को लेकर शरद पवार ने प्रधानमंत्री से चर्चा की।
बता दें कि कुछ ही दिनों में ईडी ने शिवसेना और एनसीपी के कई नेताओं पर कार्रवाई की है। ईडी ने मंगलवार को शिवसेना नेता संजय राउत की पत्नी और एक दोस्त की लगभग 11 करोड़ की संपत्ति कुर्क कर दी। वहीं पत्रकारों ने जब शरद पवार के भतीजे अजीत पवार से इस बारे में बात की तो उन्होंने कहा कि मीटिंग में हुई बातचीत के बारे में उन्हें कुछ नहीं पता है।
अजीत पवार ने कहा, देश के प्रधानमंत्री और किसी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अगर आपस में बात करते हैं तो यह विकास के मुद्दों पर हो सकती है। कुछ ऐसे मुद्दे होते हैं जिनके बारे में संसद के सत्र के दौरान ही बात होती है। बता दें कि शिवसेना और एनसीपी नेताओं का आरोप है कि केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का इस्तेमाल उनके खिलाफ कर रही है।
आज सुबह ही सीबीआई ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख को हिरासत में ले लिया। वह शरद पवार की पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं।
मंगलवार को ईडी ने शिवसेना नेता के परिवार और दोस्त की 11 करोड़ की संपत्ति कुर्क कर दी। वहीं दूसरे एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने कहा कि हो सकता है कि महाराष्ट्र सरकार की तरफ से विधान परिषद के लिए 12 नामों की पेंडिंग मंजूरी के मामले में उन्होंने चर्चा की हो। अब तक इन लोगों के नॉमिनेशन को राज्यपाल और केंद्र के प्रतिनिधियों ने मंजूरी नहीं दी है।
एक दिन पहले ही शरद पवार ने अपने आवास पर विधायकों और नेताओं की बैठक रखी थी। इसमें विधायकों के अलावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी शामिल थे। उन्होंने कहा था कि महाराष्ट्र के विकास को लेकर यह मीटिंग रखी गई थी। हाल ही में शरद पवार को यूपीए का चेयरमैन बनाए जाने को लेकर एक प्रस्ताव भी पारित किया गया था लेकिन पवार ने साफ इनकार करते हुए कहा था कि यूपीए अध्यक्ष बनने में उनकी कोई रुचि नहीं है।