पंजाब में कांग्रेस की आंतरिक कलह उस पर भारी पड़ती दिखी है। एक तरफ प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर ईस्ट से हारते दिख रहे हैं तो वहीं सीएम चरणजीत सिंह चन्नी भी भदौर और चमकौर साहिब सीट से पीछे चल रहे हैं। अब तक सत्ता में रही कांग्रेस महज 16 सीटों पर फिलहाल आगे चल रही है, जबकि आम आदमी पार्टी 91 सीटों के साथ प्रचंड बहुमत की ओर है। इस बीच नवजोत सिंह सिद्धू ने भी पूरी विनम्रता के साथ हार को स्वीकार कर लिया है। उन्होंने ट्वीट कर आम आदमी पार्टी को जीत की बधाई दी है। नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट किया, ‘लोगों की आज भगवान की आवाज है। पूरी विनम्रता के साथ पंजाब के जनादेश को स्वीकार करता हूं। आप को बधाई।’
नवजोत सिंह सिद्धू ने आज शाम को 5 बजे पार्टी के नए बने विधायकों की बैठक भी बुलाई है। सीएम चरणजीत सिंह चन्नी से मतभेद और उससे पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह से टकराव के चलते चर्चा में रहे नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ पार्टी नेताओं का गुस्सा और बढ़ सकता है। कांग्रेस के सीनियर नेता मनीष तिवारी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा, सुनील जाखड़ समेत कई नेता नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ रहे हैं और उनके काम करने के रवैये का विरोध करते रहे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि इन नतीजों के चलते उनके खिलाफ गुस्सा और बढ़ सकता है।
पहले ही कई कांग्रेस नेताओं ने आपसी कलह को लेकर कहा था कि इससे पार्टी को नुकसान हो सकता है। गौरतलब है कि 2017 में कांग्रेस 77 सीटों के साथ बहुमत में आई थी और कैप्टन अमरिंदर सिंह ने साढ़े 4 साल तक सरकार चलाई थी। लेकिन आखिरी एक साल में जमकर कलह हुई और कांग्रेस ने आखिर में कैप्टन अमरिंदर सिंह से इस्तीफा ही ले लिया। यही वजह है कि एक तरफ कांग्रेस सीएम बदलने के चलते बैकफुट पर थी तो वहीं नवजोत सिंह सिद्धू और चरणजीत सिंह चन्नी के बीच अदावत ने मुश्किलों को और बढ़ा दिया था।
पहले ही कई कांग्रेस नेताओं ने आपसी कलह को लेकर कहा था कि इससे पार्टी को नुकसान हो सकता है। गौरतलब है कि 2017 में कांग्रेस 77 सीटों के साथ बहुमत में आई थी और कैप्टन अमरिंदर सिंह ने साढ़े 4 साल तक सरकार चलाई थी। लेकिन आखिरी एक साल में जमकर कलह हुई और कांग्रेस ने आखिर में कैप्टन अमरिंदर सिंह से इस्तीफा ही ले लिया। यही वजह है कि एक तरफ कांग्रेस सीएम बदलने के चलते बैकफुट पर थी तो वहीं नवजोत सिंह सिद्धू और चरणजीत सिंह चन्नी के बीच अदावत ने मुश्किलों को और बढ़ा दिया था।