चंद्रगुप्त के खिलाफ युद्ध में सिकंदर की हार को लेकर यूपी सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान पर ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पलटवार किया है। ओवैसी ने इसे गलत बताते हुए कहा कि ‘हिंदुत्व झूठे इतिहास की फैक्ट्री’ है। ओवैसी ने ट्वीट करके योगी के दावे को झूठा बताया और कहा कि चंद्रगुप्त और सिकंदर के बीच कोई युद्ध नहीं हुआ। यह एक और उदाहरण है कि क्यों हमें अच्छे शिक्षा प्रणाली की जरूरत है।
ओवैसी ने ट्वीट किया, ”हिंदुत्व झूठे इतिहास की फैक्ट्री है। चंद्रगुप्त और सिकंदर के बीच कभी युद्ध नहीं हुआ। यह एक और उदाहरण है कि क्यों हमें एक अच्छे सार्वजनिक शिक्षा व्यवस्था की आवश्यकता है। अच्छे स्कूलों के अभाव में बाबा लोग अपनी सुविधा के मुताबिक तथ्य बनाते हैं। बाबा शिक्षा को महत्व नहीं देते और यह दिखता है।”
लखनई में सामाजिक प्रतिनिधि सम्मेलन को संबोधित करते हुए सीएम योगी आदित्यनात ने कहा, ”इतिहास को किस तरह विकृत किया जाता है। इतिहास ने अशोक या चंद्रगुप्त मौर्य को महान नहीं बताया, किसे महान बताया? जो चंद्रगुप्त से हारा था, सिकंदर को महान बताया। कितना धोखा देश के साथ हुआ है। लेकिन इतिहासकार इस पर मौन हैं, कारण है, अगर सच्चाई भारतीयों के सामने आ गई तो समाज एक बार फिर खड़ा हो जाएगा। जब समाज खड़ा होगा तो देश खड़ा हो जाएगा। आज पीएम मोदी राष्ट्र को खड़ा कर रहे हैं।”
समाजवादी पार्टी का नाम लिए बिना योगी ने कहा कि जो लोग अब बंटवारे का मुद्दा उठा रहे हैं, वे तालिबान के समर्थक हैं। उन्होंने कहा, ”जो लोग अब विभाजन के बारे में बोल रहे हैं वे एक तरह से तालिबान का समर्थन कर रहे हैं। जैसे ही तालिबान दोबारा अफगानिस्तान में उभरा, कई लोग इनके समर्थन में आ गए। जब कड़ी कार्रवाई की गई तो उनके सुर नरम पड़े।” योगी ने कहा, ”हमें नहीं भूलना चाहिए कि कैसे तालिबान ने बामियान में बुद्ध की मूर्तियों को ध्वस्त किया था।”