कर्नाटक हिजाब पूरे भारत में फैल रहा है। कई जगहों पर लोग विरोध प्रदर्शन करते दिख रहे हैं। इस बीच समाजवादी पार्टी की नेता रुबीना खानम ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में कहा कि हिजाब को छूने की कोशिश करने वालों के हाथ काट दिए जाएंगे। बता दें कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की छात्राओं ने शुक्रवार को कर्नाटक के कुछ शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पर प्रतिबंध के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।
रुबीना खानम ने एक विवाद को जन्म देते हुए कहा, “यदि आप भारत की बेटियों और बहनों की गरिमा के साथ खेलने की कोशिश करते हैं, तो उन्हें झांसी की रानी और रजिया सुल्ताना की तरह बनने में देर नहीं लगेगी और उनके हिजाब को हाथ लगाने वालों के हाथ काट दिए जाएंगे।” समाजवादी पार्टी के नेता ने यह भी कहा कि भारत विविधता का देश है और इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि किसी व्यक्ति के माथे पर तिलक है या पगड़ी या हिजाब है।
उन्होंने कहा कि ‘घूंघट’ और हिजाब ‘भारतीय संस्कृति और परंपराओं के अभिन्न अंग’ हैं। “इन मुद्दों का राजनीतिकरण करके विवाद पैदा करना भयानक है।” रुबीना खानम ने कहा, ‘सरकार कोई भी पार्टी चला सकती है, लेकिन किसी को भी महिलाओं को कमजोर समझने की गलती नहीं करनी चाहिए।’ समाजवादी पार्टी की नेता का बयान सात चरणों में हो रहे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के बीच आया है जो 7 मार्च को संपन्न होगा। वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी।
युवा मुस्लिम छात्राओं के एक समूह को हिजाब पहनने के कारण उडुपी में अपने कॉलेज में प्रवेश करने की अनुमति नहीं मिलने के बाद कर्नाटक में हिजाब विवाद शुरू हो गया था। यह मुद्दा पूरे राज्य में फैल गया क्योंकि अधिक कॉलेजों और स्कूलों ने इसी तरह के फरमान जारी किए। छात्रों के विरोधी समूहों ने शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पहनने के अधिकार के खिलाफ और विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। मुस्लिम लड़कियों का विरोध करने वालों ने भगवा स्कार्फ पहन रखा था। इस मामले पर विवाद गहरा गया है।