भाजपा नेता तजिंदर पाल बग्गा शुक्रवार को दिन भर चले हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद आखिरकार देर रात अपने घर पहुंच गए। बग्गा को लेकर दिनभर चली गहमागहमी के बाद रात साढ़े 12 बजे गुरुग्राम स्थित द्वारका अदालत की मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट स्वयम सिद्धा त्रिपाठी के समक्ष पेश किया गया। मजिस्ट्रेट के समक्ष बग्गा की चिकित्सा जांच रिपोर्ट पेश की गई। जिसमें बग्गा की पीठ व हाथ में चोट पाई गई है। तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने मजिस्ट्रेट के समक्ष गुहार लगाई कि वह अपने घर जाना चाहते हैं। जिसके बाद अदालत ने उन्हें पुलिस को सुरक्षित घर तक पहुंचाने के लिए कहा। बग्गा के अधिवक्ता सकेंत गुप्ता ने बताया कि ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने जनकपुरी थाना प्रमुख को निर्देश कि वह बग्गा को सुरक्षा प्रदान करें। घर पहुंचने पर बड़ी संख्या में समर्थकों ने बग्गा का स्वागत किया।
मेडिकल रिपोर्ट में पीठ व हाथ में चोट
दिल्ली पुलिस की तरफ से बग्गा की सुरक्षित वापसी को लेकर ड्यूटी मजिस्ट्रेट के समक्ष पेशी की गई। मजिस्ट्रेट के समक्ष बग्गा की दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में कराई गई चिकित्सा जांच रिपोर्ट पेश की गई। इस रिपोर्ट में तेजिंदर पाल सिंह बग्गा की पीठ में हाथ में चोट का जिक्र किया गया है। अदालत ने निजीतौर पर भी बग्गा से उनका हाल पूछा। जिस पर बग्गा ने कहा कि वह बेहतर महसूस कर रहे हैं। लेकिन अब अपने घर जाना चाहते हैं। परिवार इंतजार कर रहा है। अदालत ने इस पर बग्गा को सुरक्षित घर पहुंचाने के निर्देष पुलिस को दिए। साथ ही आगे भी सुरक्षा देने को संबंधित थाने के एसएचओ को कहा गया है।
गोपनीय तरीके से हुई पेशी
ड्यूटी मजिस्ट्रेट गुरुग्राम में जिस सोसायटी में रहती हैं उसकी प्रवेश द्वार पर शाम से ही मीडिया का जमावड़ा था। देर रात साढ़े 12 बजे तक तेजिंदर पाल सिंह बग्गा की पेशी की जानकारी किसी को नहीं थी। सभी बग्गा के आने का इंतजार कर रहे थे। तभी सोसायटी से बाहर आकर बग्गा के वकील ने अपने मुवक्किल की पेशी की जानकारी दी। यहां तक की बग्गा के ड्यूटी मजिस्ट्रेट के आवास से निकलने तक का पता किसी को नहीं चला।
पंजाब पुलिस के वकीलों को नहीं लगी भनक
चौंकाने वाली बात यह रही कि पंजाब पुलिस की तरफ से वकीलों का एक बड़ा अमला ड्यूटी मजिस्ट्रेट की सोसायटी के बाहर खड़ा था। वह एक याचिका लेकर वहां पहुंचा था। लेकिन उन्हें तेजिंदर पेशी व वापस उनके घर लौटने की भनक तक नहीं लगी। देर रात एक बजे तक वकील वहां खड़े रहे। हालांकि बग्गा की पेशी होने के बाद उन्होंने वहां मौजूद दिल्ली पुलिस के अधिकारियों से इसकी नाराजगी भी जाहिर की। वकीलों व पुलिस के बीच बहस भी हुई।