उदयपुर हत्याकांड के बाद पर्यटक स्थल दरगाह अजमेर शरीफ अचानक सुर्खियों में आ गया। यहां दरगाह के एक खादिम सलमान चिश्ती ने नूपुर शर्मा का सर कलम करने की बात कही। जिसके बाद से अमन और भाईचारे के लिए विश्व प्रसिद्ध यह दरगाह अचानक चर्चा में आया। अब अजमेर शरीफ का एक अन्य वीडियो वायरल हुआ है। इस बार खादिम नया है।
बताया जा रहा है कि यह वीडियो दरगाह के खादिम गौहर चिश्ती का है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में गौहर चिश्ती का कनेक्शन उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड से भी जोड़ा जा रहा है। कहा जा रहा है कि गौहर चिश्ती ने 17 जून को दरगाह के बाहर सर तन से जुदा करने वाली नारेबाजी करवाई थी। हालांकि, अभी पुलिस गौहर चिश्ती तक नहीं पहुंच सकी है। कहा जा रहा है कि उसने कन्हैयाल की हत्या से पहले रियाज से मुलाकात भी की थी।
अब चिश्ती फाउंडेशन के चेयरमैन हाजी सैयद सलमान चिश्ती ने इस पूरे मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है। सलमान चिश्ती ने कहा कि इस तरह के नारों को दरगाह अजमेर शरीफ से नहीं जोड़ा जाना चाहिए और इनका बहिष्कार करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हम इन गैर-इस्लामिक और अमानवीय नारों का पूरी तरह से बहिष्कार करते हैं। जो लोग इस तरह के नारे लगा रहे हैं वही इस हिंसा, मौतों और विध्वंस के जिम्मेदार हैं। दुनिया को यह समझना चाहिए कि इससे दरगार अजमेर शरीफ का कोई लेना-देना नहीं है।
मौलवियों के उत्तेजक बयानों से बिगड़ा माहौल
एक स्थानीय वेंडर ने कहा कि मौलवियों द्वारा उत्तेजक बयान देने की वजह से सूफी श्राइन में अब भक्त कम आने लगे हैं। पहले से हमारी बिक्री भी काफी कम हो गई है। यहां के सभी दुकानदार एक तरह से मंदी का सामना कर रहे हैं। लोग बाहर इसलिए नहीं आ रहे हैं क्योंकि वो डरे हुए हैं।
50 करोड़ का नुकसान
एक अन्य स्थानीय वेंडर ने बताया कि सभी दुकानें खुली हैं और वेंडर यूं ही बैठे हैं। यह उन नफरती बयानों की वजह से हुआ है। अनुमान के मुताबिक, करीब 50 करोड़ का नुकसान हो सकता है। निजी वाहनों से आने वालों की बात छोड़िए यहां तो बसें भी खाली ही आ रही हैं।