देश में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के केसे में गिरावट के साथ ही कोविड प्रतिबंधों में ढील मिलने लगी है। देश के दो राज्यों में सोमवार से ही स्कूलों को खोल दिया गया है। इसके अलावा कम से कम नौ राज्य ऐसे हैं जहां मंगलवार से स्कूलों को 50 फीसदी क्षमता के साथ खोलने की अनुमति दे दी गई है। पिछले साल क्रिसमस से शुरू हुए शीतकालीन अवकाश के बाद ज्यादातर राज्यों में स्कूल नहीं खुले। इस बीच कोरोना वायरस के मामलों में उछाल भी देखने को मिला था।
राज्य सरकारों द्वारा जारी बयान के अनुसार, तमिलनाडु, हरियाणा, झारखंड, मध्य प्रदेश, असम, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और राजस्थान में स्कूल 1 फरवरी से फिर से खुलेंगे। त्रिपुरा और कर्नाटक में शैक्षणिक संस्थान 50 फीसदी क्षमता के साथ सोमवार से फिर से खुल गए।
राज्य आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता ने सोमवार को बताया कि झारखंड सरकार ने राज्य के 24 में से 17 जिलों में कोविड-19 की तीसरी लहर के अपेक्षाकृत कम प्रभाव वाले सभी स्कूलों को खोलने की अनुमति देने का फैसला किया। वहीं, नौंवी और उससे ऊपर की कक्षाओं के छात्र स्कूल जा सकेंगे।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को घोषणा की कि राज्य में 1 फरवरी से 50 फीसदी उपस्थिति के साथ स्कूल फिर से खोल दिए जाएंगे। सभी कक्षाएं 50 फीसदी उपस्थिति के साथ चलेंगी। आवासीय विद्यालय और छात्रावास भी 50 फीसदी क्षमता के साथ फिर से खोले जाएंगे। वहीं, तमिलनाडु और तेलंगाना में, 1 फरवरी से कक्षा 1 से 12 तक 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ स्कूल फिर से खुलेंगे।
राजस्थान में हालांकि एक फरवरी से कक्षा दसवीं से बारहवीं तक और 10 जनवरी से कक्षा छठी से नौवीं तक के स्कूल खुलेंगे। राजस्थान में प्राथमिक स्तर को खोलने पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है। चंडीगढ़, उत्तराखंड और हरियाणा में मंगलवार से दसवीं से बारहवीं कक्षा के लिए स्कूल खुलेंगे। महाराष्ट्र के कुछ शहरों जैसे पुणे में, स्थानीय प्रशासन ने स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला किया है।
वहीं, चुनावी राज्य उत्तर प्रदेश ने 6 फरवरी तक स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का फैसला किया है। स्कूल खोलने से पहरे राज्य सरकार कोरोना की मौजूदा स्थिति की समीक्षा करेगी और फिर स्कूलों को खोलने पर विचार करेगी। हालाकि, ओडिशा और दिल्ली जैसे राज्यों ने अभी तक स्कूल और कॉलेज फिर से खोलने पर कोई फैसला नहीं लिया है। इन राज्यों के अधिकारियों का कहना है कि स्कूल खोले जाने को लेकर सरकार अगले कुछ दिनों में फैसला कर सकती है।