गुरुवार को यूपी में पहले चरण के चुनाव में हुई वोटिंग कुछ खास असर नहीं दिखा पाई। 2017 के मुकाबले इस बार दो से तीन फीसदी वोट कम पड़े हैं। यूपी के आगरा में मतदान का प्रतिशत 60.65 रहा, जबकि वर्ष 2017 में यह 63.49 प्रतिशत रहा था। 2017 से इस बार तीन प्रतिशत वोट कम पड़ा है। वहीं अलीगढ़ में कुछ ऐसा ही हाल दिखा। यहां भी वोटिंग प्रक्रिया 2017 का रिकार्ड तोड़ नहीं पाई। आगरा में इस बार 61.37 प्रतिशत वोट पड़ा है, जबकि 2017 में यह आंकड़ा 63.74 प्रतिशत था। अलीगढ़ में भी कोई विधानसभा 2017 के रिकॉर्ड को दोहरा नहीं पाई है।
आगरा की नौ विधानसभा सीटों पर वोटिंग
आगरा में दिनभर चली मतदान प्रक्रिया में एत्मादपुर क्षेत्र में 68 प्रतिशत, आगरा छावनी में 56, आगरा दक्षिण में 57.50, आगरा उत्तर में 56.40, आगरा ग्रामीण में 62, फतेहपुर सीकरी में 64, खेरागढ़ में 64.72, फतेहाबाद में 59.2 और बाह में 58.01 प्रतिशत वोट पड़े। इससे पहले शाम पांच बजे तक जिले की सभी सीटों पर 56.4 प्रतिशत वोट पड़ चुके थे जबकि अंतिम एक घण्टे में इसमें तकरीबन चार प्रतिशत की ही बढ़ोतरी हुई। सुबह सात बजे शुरू हुआ मतदान शाम छह बजे तक चलता रहा। छिटपुट झगड़ों और मारपीट की घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण रहा। कुछ जगहों पर फर्जी मतदान की शिकायतें भी सामने आईं। चुनावों में सबसे बड़ी समस्या ईवीएम और वीवीपैट मशीनों में खराबी को लेकर रही। जिले भर में करीब 45 स्थानों पर इन मशीनों को ठीक करना या बदलना पड़ा। इसके अलावा 25 कंट्रोल यूनिटों को भी बदला गया।
अलीगढ़ जिले में 1.20 लाख मतदाता बढ़े फिर कम रही वोटिंग
विधानसभा चुनाव 2022 में अलीगढ़ की सातों सीटों पर प्रशासन ने कम से कम 70 फीसदी से अधिक मतदान का गणित लगाया था। स्वीप के तहत ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाए गए थे। मशाल दौड़ आयोजित की गई थी, जिसमें अलीगढ़ को प्रशस्ति पत्र भी मिला था। मतदाता पुनरीक्षण अभियान में जिले में 1.20 लाख नए मतदाता जुड़े थे। लेकिन इसका फायदा विस चुनाव में नहीं मिला। यही वजह रही कि मतदान प्रतिशत 2017 के रिकार्ड को पार नहीं कर पाया। विधानसभा चुनाव 2022 में अलीगढ़ की सातों सीटों पर मतदान प्रतिशत कम रहा है। किसी भी सीट पर मतदान के प्रतिशत का दोहराव नहीं देखने को मिला।
कुछ सीटों पर एक अंक से आकड़ा आगे बढ़ने से रह गया। कोल विधानसभा में 2017 में 62.96 फीसदी वोट पड़े थे और 2022 के चुनाव में 62.12 फीसदी मतदान हुआ। बरौली विधानसभा सीट पर 2017 में सबसे अधिक मतदान 65.90 फीसदी हुआ था, जबकि 2022 के चुनाव में 63.14 फीसदी ही मतदान हुआ। कुछ सीटों पर मतदान की प्रतिशत करीबी रहा तो कुछ में एक से डेढ़ फीसदी का अंतर दिखाई दिया। पूर्व मुख्यमंत्री स्व. कल्याण सिंह के गढ़ अतरौली में भी मतदान प्रतिशत नहीं बढ़ा। यहां पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रैली करने आए थे। अतरौली में 2017 में 60.80 फीसदी मतदान हुआ था, जबकि इस बार 2022 में 59.7 फीसदी मतदान हुआ।