कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ने से दिल्ली में कोरोना के मामलों में इजाफा जारी है। संक्रमण की चपेट में स्कूली छात्र भी आ रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पिछले कुछ दिनों में 50 स्कूली छात्रों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। सभी छात्र निजी स्कूल के बताए जा रहे हैं।
बता दें कि हाल में शिक्षा निदेशालय की ओर से कोरोना संक्रमण के मामले रिपोर्ट करने के संबध में परामर्श जारी किया गया था। साथ ही स्कूलों को लेकर दिशा-निर्देश भी जारी हुए थे, जिसमें स्कूल में छात्रों, शिक्षकों और दूसरे कर्मचारियों के लिए मास्क का इस्तेमाल अनिवार्य तौर पर करने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित करने, सैनिटाइजर का इस्तेमाल व हाथों को नियमित धोने, कोरोना संक्रमण की रोकथाम के संबंध में जागरूक करने को लेकर निर्देश दिए गए थे।
कोरोना संक्रमण को लेकर निजी और सरकारी स्कूलों की ओर से पूरा एहतियात बरतने का दावा किया जा रहा है। निजी स्कूलों ने प्रवेश और निकासी को लेकर बड़ी और छोटी कक्षा के छात्रों के समय में बदलाव किया है। कक्षा को दो बार सैनिटाइज किया जा रहा है। प्रार्थना सभा पर रोक और खेल से जुड़ी गतिविधियों को कम कर दिया गया है।
लक्षण दिखने पर छात्रा को घर वापस भेजा
द्वारका स्थित एक निजी स्कूल की ओर से सोमवार को छात्रा में संक्रमण के लक्षण दिखने पर उसे वापस घर भेज दिया गया। यह कदम दूसरे बच्चों की सुरक्षा को लेकर उठाया गया है। छात्रा कक्षा 12वीं की बताई गई है।
वहीं, दिल्ली अभिभावक संघ की अध्यक्ष अपराजिता गौतम ने कहा कि हमारे पास कई स्कूली बच्चों के कोविड संक्रमण के मामले संज्ञान में आए हैं। हालांकि, स्कूल ऐसे मामलों को छिपा रहे हैं। अभिभावकों के साथ सूचना जरूर साझा की जानी चाहिए।
सरकार ने स्कूलों से मांगी जानकारी
दिल्ली सरकार ने स्कूलों से कोरोना के पॉजिटिव केस की संख्या मांगी है। एक निजी स्कूल के प्रिंसिपल ने बताया कि हमारे पास गूगल फॉर्म आया है और हमें यह संख्या उसमें भरकर भेजनी है।
फॉर्म में स्कूल का नाम, पढ़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या, कितने छात्र पॉजिटिव हैं, स्कूल में कितने कर्मचारी हैं, उनमें कितने पॉजिटिव हैं ये जानकारी मांगी गई हैं। ऐसा माना जा रहा है कि यदि यह संख्या अधिक होती है तो 20 अप्रैल को डीडीएमए की बैठक में स्कूल को लेकर कोई दिशा निर्देश आ सकता है।