,कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में जाने पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कि इससे अल्पसंख्यकों में गलत संदेश जा सकता है। कयास लगाए जा रहे हैं कि सोनिया अगले सप्ताह होने जा रहे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण में शामिल हो सकती हैं। राजधानी लखनऊ के इकाना स्टेडियम में कार्यक्रम की तैयारियां शुरू हो गई हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में अल्वी ने कहा, ‘सोनिया गांधी को योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में नहीं जाना चाहिए, क्योंकि यह अल्पसंख्यकों में गलत संदेश भेजेगा।’ एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि विपक्षी दलों में से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव, सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मयावती को भी आमंत्रित किया जा सकता है।
अल्वी ने कहा कि सोनिया ही नहीं राहुल और प्रियंका को भी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण में शामिल नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘बीते पांच सालों में अपने कार्यकाल के दौरान आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में केवल नफरत फैलाई है। वे 80 बनाम 20 के नारे के चलते चुनाव जीते। वे केवल बुलडोजर चलाने के बारे में बात कर रहे थे। इसलिए कोई भी नेता जो भारत की परंपरा, महत्व या संस्कृति में भरोसा रखता है, उसे आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होना चाहिए।’
एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से बताया कि शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा भी शामिल हो सकते हैं। कार्यक्रम में केंद्र और राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थी भी शिरकत करेंगे।
तय हुआ योगी का मंत्रिमंडल!
एजेंसी के अनुसार, सूत्र बताते हैं कि भाजपा ने कैबिनेट मंत्रियों के नाम तय कर लिए हैं। पार्टी ने 2022 विधानसभा चुनाव में 255 सीटें हासिल की थी। खास बात है कि 37 सालों में आदित्यनाथ पहले मुख्यमंत्री होंगे, जो राज्य में एक कार्यकाल पूरा करने के बाद दोबारा सत्ता में लौट रहे हैं।