एनसीपी नेता और पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख 100 करोड़ रुपये की वसूली के मामले में अभी भी जांच के दायरे में हैं। पता चला है कि देशमुख से जुड़े तीन और लोगों से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कल देर रात नागपुर में पूछताछ की है। जिसके बाद अब देशमुख की मुश्किलें बढ़ सकती है।
जानकारी के मुताबिक, ईडी की टीम मुंबई से नागपुर पहुंची थी। टीम ने अनिल देशमुख से जुड़े तीन लोगों से बीती देर रात तक गुपचुप तरीके से पूछताछ की।
तीन लोगों में कोयला व्यापारी धरमपाल अग्रवाल, सीए सुधीर बाहेती और सीए भाविक पंजवाणी शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि ईडी की टीम ने तीनों के पास से कुछ अहम दस्तावेज जब्त किये है। इससे पहले 25 मई को ईडी ने 100 करोड़ रुपये की वसूली के मामले में अनिल देशमुख, सागर भटेवार, समित आयझॅक व जोहर कादरी के करीबी लोगों से भी पूछताछ की थी।
पता चला है कि सागर भटेवार अनिल देशमुख के करीबी और बिजनेस पार्टनर हैं। भटेवार पिछले कुछ दिनों से अनिल देशमुख के संपर्क में था, इसी वजह से ईडी ने भटेवार के घर पर छापा मारा था। इससे पहले सीबीआई ने प्रारंभिक जांच के बाद अनिल देशमुख के खिलाफ मामला दर्ज किया था। मामला दिल्ली में दर्ज किया गया है और देशमुख पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है।
अब इस मामले में ईडी ने अनिल देशमुख के खिलाफ ईसीआईआर (एफआईआर) दर्ज की है। मुंबई हाईकोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई ने अनिल देशमुख के खिलाफ प्रारंभिक जांच की और उस जांच के आधार पर उनके खिलाफ 21 अप्रैल को शाम 4 बजे सीबीआई के दिल्ली पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई। एफआईआर के सिलसिले में सीबीआई ने मुंबई और नागपुर में अनिल देशमुख के घर और दफ्तर में छापेमारी की थी।