उपमुख्यमंत्री अजित पवार के करीबियों पर आयकर विभाग की छापेमारी से पवार परिवार भड़क गया है। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार सत्ता का दुरुपयोग कर रही है। इन्हें जनता जरूर सबक सिखाएंगी। पवार ने कहा कि, लखीमपुर खीरी हिंसा के विरोध में महाविकास आघाड़ी के तीनों दलों 11 अक्टूबर को महाराष्ट्र बंद की अपील की है।
शुक्रवार को सोलापुर में पूर्व कृषि मंत्री व एनसीपी प्रमुख शरद पवार कहा कि, केंद्र सरकार ने अजित से संबंधित लोगों के पास सरकारी मेहमान (आयकर के अफसर) भेजा है। हमें उन मेहमानों की कोई चिंता नहीं है। उन्होंने कहा कि मैंने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी हिंसा की तुलना जलियांवाला बाग हत्याकांड से की थी। इसके बाद यह छापेमारी हुई है। उन्होंने आगे कहा कि, दिल्ली से सत्ताधारी दल के एक मित्र ने उन्हें बताया कि, आपके और साहब के अच्छे संबंध हैं, लेकिन आपका लखीमपुर हिंसा की तुलना जलियांवाला बाग से करना पसंद नहीं आया, इसलिए आपके यहां आयकर की रेड डाली गई है।
दिल्ली के सामने महाराष्ट्र नहीं झुकेगा: सुले
शरद पवार की बेटी व एनसीपी की सांसद सांसद सुप्रिया सुले ने कहा कि, छत्रपति शिवाजी महाराज के महाराष्ट्र में महिलाओं पर कभी अन्याय नहीं हुआ था। कभी महिलाओं को निशाना नहीं बनाया था, लेकिन मुगलों ने महिलाओं को निशाना बनाया था। सुले ने कहा कि छत्रपति का नाम लेकर भाषण करने वाले बीजेपी के नेता उनके ही विचारों की अनेदखी कर रहे हैं, पर दिल्ली के तख्त के सामने महाराष्ट्र कभी नहीं झुका है, और न ही झुकेगा।
हर सवाल का जवाब दूंगा: अजित पवार
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि, मेरे से संबंधित लोगों के ठिकानों पर आयकर के अधिकारी रुके हुए हैं। हम उनके काम में बाधा नहीं डालना चाहते हैं। छापेमारी की कार्रवाई पूरी होने के बाद अपनी बात रखूंगा। मीडिया के हर सवाल का जवाब दुंगा। अजीत ने कहा कि मेरी कार्यकर्ताओं से अपील है कि कानून को अपना काम करने दीजिए।
छापेमारी को बीजेपी से जोड़ना गलत: पाटील
महाराष्ट्र बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटील ने कहा कि, पवार के करीबियों पर आयकर विभाग की छापेमारी को बीजेपी से नहीं जोड़ना पूरी तरह से गलत है। पाटील ने कहा कि, सत्ताधारी दलों के नेताओं पर जब कोई अधिकारी कार्रवाई करता है तो उसे बीजेपी से जोड़ दिया जाता है। यह बेहद हास्यास्पद है।