मुंबई – आदिवासी और पिछड़े वर्ग के छात्रों के दूध और भोजन में भ्रष्टाचार करनेवाली सरकार के मंत्री लोगों की जान बचानेवाली एंबुलेंस के टेंडर में भी भ्रष्टाचार करने से नहीं चूक रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने अवैध तरीके से एंबुलेंस सप्लाई करनेवाली कंपनी सुमित और बीवीजी को टेंडर दे दिया। इसमें लिप्त तानाजी सावंत की जानकारी में ६,५०० करोड़ रुपए का घोटाला किया है। इस तरह का गंभीर आरोप रोहित पवार ने बारामती एग्रो कंपनी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई के बाद लगाया है।
उल्लेखनीय है कि अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों से बात करते हुए रोहित पवार ने दूध और खाने के मामले में राज्य के मंत्री दिलीप वलसे-पाटील और हसन मुश्रीफ पर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद सोमवार को दूसरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत पर निशाना साधा और स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार को लेकर गंभीर आरोप लगाए। रोहित पवार ने कहा कि बीवीजी और सुमित कंपनी को चुनावी फंड देने के लिए मेहरबानी दिखाई जा रही है। नियमों को तोड़ा-मरोड़ा गया और टेंडर डिजाइन करके किस तरह से मोड़ दिए गए। रोहित पवार ने कहा कि हमारे पास इस भ्रष्टाचार के सारे सबूत हैं। उसमें स्वास्थ्य विभाग के बड़े लोगों ने साढ़े छह हजार करोड़ रुपए का घोटाला किया है। इस पैसे का इस्तेमाल चुनाव में करने की कोशिश है। स्वास्थ्य मंत्री तानाजी सावंत ने यह घोटाला किया है और राज्य को चूना लगाया है। सरकार को उनकी गहन जांच करनी चाहिए और सावंत को इस्तीफा दे देना चाहिए।