शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक और पार्टी नेता ने तगड़ा झटका दिया है। शिवसेना लीडर रामदास कदम ने शिवसेना से इस्तीफा दे दिया है। वह उद्धव ठाकरे के गुट में थे। मालूम हो कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना विधायकों की बगावत के बाद उद्धव ठाकरे से मुख्यमंत्री पद छिन गया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, रामदास कदम पार्टी की सदस्यता से अपना इस्तीफा उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री भेज चुके हैं। इससे पहले उनके बेटे और विधायक योगेश कदम गुवाहाटी जाकर शिंदे खेमे के साथ जुड़ गए थे। मालूम हो कि रामदास कदम महाराष्ट्र में नेता प्रतिपक्ष रहे हैं। वे फडणवीस की गठबंधन सरकार में मंत्री भी बनाए गए थे।
पार्टी को मजबूत करने की कोशिशों के बीच इस्तीफा
यह खबर ऐसे समय सामने आई है जब उद्धव ठाकरे ने पूरे महाराष्ट्र में बड़े स्तर पर नए पदाधिकारियों की नियुक्ति की है। उन्होंने मुंबई, पालघर, यवतमाल, अमरावती समेत कई अन्य जिलों में 100 से ज्यादा पदाधिकारी नियुक्त किए हैं। इस दौरान उप विभाग प्रमुख और शाखा प्रमुख पदों पर बड़ी स्तर पर नए चेहरे लाए गए हैं। पार्टी ने अपने मुखपत्र सामना में नई नियुक्तियों की घोषणा की है।
20 जुलाई को याचिकाओं पर सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट
वहीं, सुप्रीम कोर्ट महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और शिवसेना के 14 अन्य विधायकों (विधान सभा के सदस्य) की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई के लिए तैयार हो गया है। इस याचिका में विधानसभा के उपाध्यक्ष की ओर से शुरू की गई अयोग्यता कार्यवाही को चुनौती दी गई है।
सुप्रीम कोर्ट उस दिन पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना समूह की ओर से दायर याचिका पर उस याचिका पर भी सुनवाई करेगी, जिसमें एकनाथ शिंदे गुट की ओर से शिवसेना के मुख्य सचेतक के रूप में नामित व्हिप को मान्यता देने के फैसले को चुनौती दी गई है।