पुणे – भावना गवली यवतमाल वाशिम लोकसभा क्षेत्र से लगातार पांच बार शिवसेना की सांसद रही हैं। लेकिन इस साल के लोकसभा चुनाव में भावना गवली को टिकट नहीं दिया गया और पार्टी ने राजश्री पाटिल को उम्मीदवार बनाया, जो जिला परिषद और विधानसभा से हार गईं। इससे हैरानी जताई जा रही है और पूरे प्रदेश में यह चर्चा है कि भावना गवली का टिकट काट दिया गया. इस बीच विधान परिषद की उपाध्यक्ष और शिवसेना की उपनेता नीलम गोरे ने आज राज्य के कई घटनाक्रमों को लेकर बयान दिया.
बीच में हुए कई कार्यक्रमों में भावना गवली ने कहा, मैं यवतमाल पर फोकस करना चाहती हूं. साथ ही भावना गवली को टिकट क्यों नहीं मिला इसका कारण भी मुझे अब तक स्पष्ट नहीं हुआ है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि भावना गवली की उचित देखभाल की जाएगी और उनकी गरिमा बनाए रखी जाएगी. पांच बार निर्वाचित हो चुकी भावना गवली को टिकट नहीं दिया गया है. इसलिए यह चर्चा शुरू हो गई है कि उनके साथ अन्याय हुआ है. उस सवाल पर नीलम गोरे ने कहा कि मेरे और भावना गवली के साथ टिकट को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई. साथ ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे इस वजह से भावना गवली के साथ अन्याय नहीं होने देंगे.