महाराष्ट्र भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने बुधवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखकर उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और राज्य के परिवहन मंत्री अनिल परब के खिलाफ सचिन वाजे मामले में लगे गंभीर आरोपों की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की। अमित शाह को लिखे पत्र में, पाटिल ने कहा कि महाराष्ट्र में कानून की प्रक्रिया का घोर दुरुपयोग किया जा रहा है और पवार, परब और अन्य लोग अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करोड़ों रुपए जमा करने में कर रहे हैं। सचिन वाजे मामले में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, परिवन और संसदीय मामलों के मंत्री अनिल परब और दर्शन गोडावत पर जो आरोप लगे हैं उनको लेकर उनके खिलाफ एक विस्तृत सीबीआई जांच कराई जानी चाहिए।
भाजपा नेता ने आगे कहा कि राज्य में कानून और व्यवस्था राजनीतिक प्रतिशोध और राजनीतिक शक्ति के घोर दुरुपयोग के स्पष्ट कारण के लिए ध्वस्त हो गई है और अवैध तरीकों से धन इकट्टा करने के लिए जानबूझकर कानून व्यवस्था को ध्वस्त किया जा रहा है। पाटिल ने आरोप लगाया कि पवार और घोड़ावत ने मुंबई के गिरफ्तार पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को अवैध गुटखा विक्रेताओं और निर्माताओं से 100 करोड़ रुपये वसूलने के लिए कहा था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि परब ने वाजे को बीएमसी के ठेकेदारों से अवैध राशि जमा करने के लिए कहा था। परब ने वाजे से इस तरह के 50 ठेकेदारों से 2 कोरड़ रुपए इकट्ठा करने के लिए कहा था।
मैं महाराष्ट्र की भाजपा इकाई और राज्य की जनता की ओर से आपको यह ज्ञापन सौंप रहा हूं। उन्होंने चिट्ठी में कहा कि यह ज्ञापन किसी राजनीतिक एजेंडे से प्रेरित नहीं है, अगर सचिन वाजे के खुलासे कानून के अनुसार नहीं निपटाया गया तो राज्य की जनता का कानून से विश्वास उठ जाएगा। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री से इस मामले में दखल देने राज्य की जनता के हितों की रक्षा के लिए मामले में आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने का अनुरोध किया।