ओमिक्रॉन की वजह से कोरोना की तीसरी लहर ने महाराष्ट्र में भी दस्तक दे दी है। दैनिक मामलों में लगातार इजाफा देखा जा रहा है। नए वैरिएंट के केस भी सबसे अधिक मुंबी में ही हैं। लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए देश की आर्थिक राजधानी में लॉकडाउन लगाने के संकेत मिल रहे हैं। मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा है कि अगर कोरोना के दैनिक मामले 20 हजार से अधिक सामने आते हैं तो हमें मुंबई में लॉकडाउन लगाना होगा।
आपको बता दें कि मुंबई में सोमवार को कोविड-19 के 8,082 नए मामले सामने आए जो 18 अप्रैल, 2021 के बाद से सर्वाधिक दैनिक संख्या है। इसके अलावा शहर में सोमवार को संक्रमण के कारण दो लोगों की मौत हुई।
लोकल ट्रेन पर प्रतिबंध लगाने पर क्या बोली BMC
वहीं, महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच मुंबई एक वरिष्ठ नगर निकाय अधिकारी ने बताया कि मुंबई में उपनगरीय ट्रेन यात्रा पर किसी प्रकार का प्रतिबंध लगाने का फिलहाल कोई प्रस्ताव नहीं है। अतिरिक्त नगर आयुक्त सुरेश काकानी ने सोमवार को कहा कि शहर में कोविड-19 के दैनिक मामलों की संख्या और लोगों के संक्रमित पाए जाने की दर बढ़ रही है। बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) इससे निपटने के लिए कदम उठा रही है तथा हर प्रकार के संकट से निपटने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि उपनगरीय ट्रेन यात्रा पर किसी प्रकार के प्रतिबंध लगाए जाने का फिलहाल कोई प्रस्ताव नहीं है, लेकिन यदि जरूरत पड़ती है तो महाराष्ट्र सरकार कोविड-19 संबंधी राज्य कार्य बल के परामर्श से इस मामले पर निर्णय लेगी।
4-5 प्रतिशत मरीजों को ही अस्पताल में एडमिट कराने की जरूरत
काकानी ने कहा कि इस समय कोरोना वायरस के 90 प्रतिशत मरीजों में बीमारी के लक्षण नहीं है और केवल चार से पांच प्रतिशत मरीजों को अस्पतालों में भर्ती कराया जा रहा है और गंभीर संक्रमण के मामलों की संख्या नगण्य है। उन्होंने कहा, ”मुंबई के अस्पतालों में 30,500 बिस्तरों में से केवल 3,500 बिस्तरों पर मरीज हैं। इसके अलावा, ऑक्सीजन की आपूर्ति, दवाएं, वेंटिलेटर, आईसीयू सुविधाएं और अस्पताल के बिस्तर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।’