महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के घर ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान करने के बाद जेल भेजी गईं महिला सांसद नवनीत राणा से बदसलूकी का आरोप भाजपा ने लगाया है। राज्य के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जेल में नवनीत राणा से बदसलूकी की जा रही है। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे सरकार बेहद असहिष्णु है और उन्हें बताना चाहिए कि किस आधार पर नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा पर देशद्रोह का केस दर्ज किया गया है। फडणवीस ने कहा कि हनुमान चालीसा पढ़ने के ऐलान पर आखिर कैसे किसी पर देशद्रोह का केस लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यदि हनुमान चालीसा पढ़ना देशद्रोह तो फिर हम सभी पढ़ेंगे और हर दिन इसका जाप करेंगे।
फडणवीस ने कहा कि एक महिला सांसद के साथ जेल में बदसलूकी की जा रही है। उन पर जातिगत आधार पर टिप्पणियां की जा रही हैं। उन्हें न तो पानी दिया जा रहा है और न ही जेल में वॉशरूम का इस्तेमाल करने दिया जा रहा है। वहीं शिवसेना ने भाजपा को हिंदुत्व की परिभाषा समझाई है। शिवसेना ने भाजपा को सीख देते हुए कहा कि हिंदुत्व विचारधारा एक संस्कृति है, अराजकता नहीं। शिवसेना ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ के सम्पादकीय में दावा किया कि निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति एवं विधायक रवि राणा ने जो कुछ भी किया उसके पीछे भाजपा का हाथ था।
पीएम के ऑफिस में क्यों नहीं पढ़तीं हनुमान चालीसा
बता दें कि राणा दंपति को शनिवार को गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास ‘मातोश्री’ के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने की बात कही थी, जिससे शिवसेना के कार्यकर्ता बेहद आक्रोशित हो गए थे और उन्होंने दंपति के आवास के आगे विरोध प्रदर्शन किया था। मराठी दैनिक पत्र में आरोप लगाया गया कि राणा दंपति शहर का माहौल खराब करना चाहते हैं। संपादकीय में कहा गया कि उन्हें यह सब लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कार्यालय परिसर में करना चाहिए।
उद्धव ठाकरे की सरकार में बढ़िया चल रहा है हिंदुत्व
शिवसेना ने कहा, ‘हनुमान सत्य के मार्ग पर चलने वाले राम के अनुयायी हैं। नवनीत राणा, जिनका आधार खुद झूठ पर बना है, वह हनुमान चालीसा के नाम पर राजनीति कर रही हैं और भाजपा इसका महिमामंडन कर रही है।’ शिवसेना ने कहा, ‘अगर भाजपा ऐसे फर्जी लोगों से हनुमान चालीसा का पाठ कराना चाहती है, तो यह भगवान राम और हनुमान का अपमान है।’ पार्टी ने दावा किया कि नवनीत राणा ने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) जैसी ‘धर्मनिरपेक्ष’ पार्टियों की मदद से 2019 का चुनाव जीता था, लेकिन अब वह भाजपा के खेमे में शामिल हो गई हैं।