महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव (Maharashtra MLC Election) में महा विकास अघाड़ी को बड़ा झटका लगा है। भगवा पार्टी इस चुनाव में 10 में से पांच सीटें जीतने में कामयाब रही। वहीं, चंद्रकांत हंडोरे को हार का सामना करना पड़ा है। कांग्रेस के भाई जगताप ने अपनी ही पार्टी के विधायकों पर गद्दारी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने इसकी शिकायत पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से करने की बात कही है। वहीं, महराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिवसेना विधायकों की एक बैठक बुलाई है।
आपको बता दें कि एमएलसी चुनाव में शिवसेना उम्मीदवारों को मामूली अंतर से जीत मिली है। शिवसेना के पास 55 विधायकों के अलावा निर्दलीय विधायकों का समर्थन है। लेकिन चुनाव में शिवसेना को सिर्फ 52 वोट मिले हैं। उद्धव ठाकरे को यह बात खटक गई। उन्होंने अपने आवास पर विधायकों की अर्जेंट बैठक बुलाई है।
महाराष्ट्र विधान परिषद में भाजपा पांच सीटें जीतने में कामयाब
महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव में सभी 10 सीटों के परिणाम सोमवार देर रात आ गए। भाजपा अपने सभी पांचों उम्मीदवारों को जिताने में कामयाब रही। शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के खाते में दो-दो सीटें जबकि कांग्रेस के खाते में एक सीट आई है। शिवसेना की तरफ से सचिन अहिर और आमश्या पाडवी को जीत मिली है जबकि एनसीपी की तरफ से रामराजे निंबालकर और एकनाथ खड़से ने जीत हासिल की है। भाजपा की ओर से प्रसाद लाड, श्रीकांत भारतीय, प्रवीण दरेकर, उमा खापरे और राम शिंदे ने बाजी मारी है। कांग्रेस के उम्मीदवार भाई जगताप को भी जीत मिली है।
कांग्रेस विधायकों ने की क्रॉस वोटिंग
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस के 44 विधायक थे लेकिन इनमें से सिर्फ 41 ने ही कांग्रेस को पहली प्राथमिकता दी। तीन विधायकों के क्रास वोटिंग करने की खबर सामने आई। भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि पार्टी के उम्मीदवारों को कुल 134 वोट मिले हैं। इससे पहले मतगणना को लेकर देर रात तक हंगामा होता रहा।
एनसीपी ने भाजपा पर खरीद फरोख्त का आरोप लगाया
महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव में भाजपा के प्रसाद लाड से कांग्रेस प्रत्याशी चन्द्रकांत हांदोरे की हार के बाद एनसीपी ने भाजपा पर ‘खरीद-फरोख्त’ का आरोप लगाया। वहीं शिवसेना ने आरोप लगाया कि भाजपा ने अधिकारों का दुरुपयोग करके जीत हासिल की। कांग्रेस का कहना है कि अगर उसके विधायकों ने हांदोरे के लिए वोट नहीं किया तो इसके लिए किसी को दोष नहीं दे सकते।