शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने शनिवार को एक प्रस्ताव पारित किया कि कोई अन्य राजनीतिक संगठन उसके या उसके संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे के नाम का इस्तेमाल नहीं कर सकता है। वहीं, असंतुष्ट विधायक एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में बागी विधायकों के एक समूह ने कहा कि उसने खुद का नाम शिवसेना (बालासाहेब) रखा है। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में प्रस्ताव पारित कर इसे चुनाव आयोग (ईसी) को भेज दिया गया है। महाराष्ट्र सियासी संकट पर पल-पल का सटीक जानकारी के लिए लाइव हिन्दुस्तान के साथ बनें रहें।
शिवसेना कार्यकर्ताओं ने मुंबई में सामना कार्यालय के बाहर शिवसेना के बागी विधायकों के विरोध में बाइक रैली की। वहीं, एकनाथ शिंदे खेमे के समर्थकों ने ठाणे में उद्धव ठाकरे के समर्थन में लगाए गए पोस्टरों पर पेंट लगा दिया।
शिवसेना नेता संजय राउत ने आज कहा, ”लोग उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना पर भरोसा रखेंगे। कल उद्धव जी ने कहा कि जो लोग बाहर गए हैं वो शिवसेना नाम का इस्तेमाल ना करें और अपने बाप के नाम का इस्तेमाल करें और वोट मांगें।” आगे राउत ने कहा, ”उन्हें जो करना है करने दो, मुंबई में तो आना पड़ेगा ना। वहां बैठकर हमें क्या सलाह दे रहे हैं? हज़ारों-लाखों शिवसैनिक हमारे एक इशारे का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन हमने अभी भी संयम रखा है।”