केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता नारायण राणे ने शुक्रवार को दावा किया कि राज्य के सिंधुदुर्ग जिले के विकास में शिवसेना का कोई योगदान नहीं है और वह तटीय जिले में चिपी ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे के निर्माण के पीछे प्रेरक शक्ति थे। इस हवाई अड्डे का उद्घाटन शनिवार को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया करेंगे। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राणे दोनों एक धुर विरोधी हैं और कई वर्षों में पहली बार दोनों एक साथ मंच साझा करने जा रहे हैं।
यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राणे ने कहा कि हवाई अड्डा का श्रेय उन्हें और बीजेपी को जाता है। उन्होंने ठाकरे का हवाला देते हुए कहा कि बाकी सभी कार्यक्रम में अतिथि के तौर पर आ सकते हैं। राणे पूर्व में शिवसेना के नेता और राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उन्हें इस साल अगस्त में ठाकरे के खिलाफ टिप्पणी के लिए गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी। चिपी हवाई अड्डे के उद्घाटन से पहले बृहस्पतिवार को ठाकरे ने सिंधिया के साथ ऑनलाइन बैठक की।
नाराज हुए नारायण राणे
महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में चिपी एयरपोर्ट का शनिवार को उद्घाटन किया जाना है। इस कार्यक्रम में निमंत्रण पत्रिका पर छोटे अक्षरों में नाम छापे जाने की वजह से केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और नागरिक केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की अपेक्षा राजनीति और प्रोटोकॉल दोनों में मैं सीनियर हूं।
नारायण राणे ने बीजेपी दफ्तर में प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर शिवसेना पर जोरदार हमला किया है। राणे ने कहा कि इंसान कितनी संकुचित मानसिकता का हो सकता है। आज इसका पता चला। चिपी एयरपोर्ट की बुकलेट छापी गई जिसमें मेरा नाम बिल्कुल छोटे छोटे अक्षरों में छापा गया। उस पर स्याही भी गिरी हुई नजर आ रही है। इतना ही नहीं मेरा नाम तीसरे क्रमांक पर रखा गया, जबकि मैं राजनीति और प्रोटोकॉल में मैं दोनों ही नेताओं से सीनियर हूं। लेकिन ठीक है मुख्यमंत्री के रूप में उन्हें पहला सम्मान देने में कोई दिक्कत नहीं है। वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हैं। मुख्यमंत्री कौन है यह महत्व का नहीं है।