महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार में कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक बुधवार सुबह अंडरवर्ल्ड डाउन दाऊद इब्राहिम और उसके गिरोह के सदस्यों के खिलाफ दर्ज धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की जा रही जांच में शामिल हुए।
ईडी के सूत्रों ने कहा कि एजेंसी के कुछ अधिकारी सुबह कुर्ला में मलिक के आवास पर गए और उनसे जांच में शामिल होने का अनुरोध किया। राकांपा नेता लगभग 7.30 बजे दक्षिण मुंबई में ईडी के बलार्ड एस्टेट कार्यालय गए।
सूत्रों ने बताया कि ईडी 1993 के मुंबई सीरियल बम विस्फोट के दोषियों में से एक से कुछ संपत्ति खरीदने के संबंध में मलिक से पूछताछ कर रही है।
नवाब मलिक एमवीए मंत्रियों और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ ईडी सहित केंद्रीय कानून-प्रवर्तन एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए केंद्र सरकार की आलोचना करने में मुखर रहे हैं।
एजेंसी ने सोमवार को दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर के बेटे अलीशाह से भी पूछताछ की थी।
दाऊद का भाई इकबाल कासकर पहले से ही 24 फरवरी तक ईडी की हिरासत में है। सूत्रों ने बताया कि एजेंसी ने डी-कंपनी से जुड़े कुछ अवैध कारोबार को लेकर पारकर से पूछताछ की। पारकर को कुछ दस्तावेजों के साथ ईडी कार्यालय बुलाया गया था। वह देर शाम ईडी कार्यालय से निकले और मीडिया से बात करने से इनकार कर दिया।
केंद्रीय एजेंसी ने पिछले मंगलवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मुंबई और आसपास के इलाकों में कम से कम 10 स्थानों पर छापेमारी की थी। छापेमारी की जगहों में हसीना पारकर का नागपाड़ा स्थित आवास भी शामिल है। छापेमारी के अलावा मनी लॉन्ड्रिंग रोधी एजेंसी ने पिछले हफ्ते कुछ कारोबारियों से भी पूछताछ की है।
ईडी दाऊद गिरोह की कथित अवैध गतिविधियों के मनी लॉन्ड्रिंग पहलुओं की जांच कर रहा है और दो प्राथमिकी के आधार पर एक प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट दर्ज की है। एक ठाणे पुलिस द्वारा सितंबर 2017 में कास्कर और अन्य के खिलाफ दर्ज की गई और दूसरी हाल ही में राष्ट्रीय एजेंसी (एनआईए) जांच द्वारा दर्ज की गई है।
भगोड़ा गैंगस्टर कथित रूप से लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और अल कायदा जैसे ज्ञात आतंकवादी संगठनों के साथ सक्रिय सहयोग में काम कर रहा है।
सितंबर 2017 के ठाणे पुलिस के मामले के अनुसार, कासकर और अन्य अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के नाम का इस्तेमाल कर रहे थे और बिल्डरों से पैसे वसूल रहे थे
एक शिकायतकर्ता ने कहा कि कासकर और उसके साथियों ने एक बिल्डर से कथित तौर पर एक फ्लैट और 90 लाख रुपये की नकद वसूली की। ईडी के अनुसार, फ्लैट और जबरन वसूली की राशि पीएमएलए की धारा 2 (1) (यू) के तहत अपराध की आय है।
3 फरवरी, 2022 को, एनआईए ने दाऊद इब्राहिम कास्कर उर्फ दाऊद भाई के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। यूएपीए अधिनियम, 1967 के तहत डी कंपनी नाम से एक अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी नेटवर्क चलाता है, जो तस्करी, नार्को-आतंकवाद, अंडरवर्ल्ड आपराधिक सिंडिकेट, मनी लॉन्ड्रिंग, एफआईसीएन के संचलन, अनधिकृत कब्जे जैसी विभिन्न आतंकवाद और आपराधिक गतिविधियों में शामिल है। आतंकी फंड जुटाने के लिए संपत्ति और लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और अल कायदा जैसे अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठनों के साथ सक्रिय सहयोग में काम कर रहा है।
दाऊद के भारत छोड़ने के बाद उसने अनीस इब्राहिम, छोटा शकील, जावेद चिकना, टाइगर मेमन, इकबाल मिर्ची और मृतक हसीना पारकर के माध्यम से अपनी गतिविधियों को नियंत्रित करना शुरू कर दिया। ईडी ने पिछले सप्ताह अदालत को इसकी जानकारी दी थी।