पुणे के एक जमीन सौदे के मामले में प्रवर्तन निदेशालय की एक टीम ने NCP नेता एकनाथ खडसे के दामाद गिरीश चौधरी को गिरफ्तार किया है। जानकारी के मुताबिक, गिरीश चौधरी को ED ने मंगलवार को पूछताछ के लिए बुलाया था। पूछताछ के बाद ही उन्हें वहीं गिरफ्तार कर लिया गया। अधिकारियों ने मंगलवार देर रात तक गिरीश चौधरी से पूछताछ की थी। ये पूछताछ उनसे दक्षिण मुंबई में केंद्रीय जांच एजेंसी के कार्यालय में हुई थी अधिकारियों का कहना है कि गिरीश पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे थे। इसी वजह से उन्हें गिरफ्तार किया गया।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, गिरीश चौधरी को धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार किया गया है। अब विशेष सुनवाई के लिए उन्हें विशेष अदालत के सामने पेश किया जाएगा। आपको बता दें कि जिस मामले में गिरीश चौधरी को गिरफ्तार किया गया है वो 2016 में एकनाथ खडसे और अन्य व्यक्तियों द्वारा पुणे के पास MIDC में जमीन के एक भूखंड की खरीद पर कथित अनियमितताओं से संबंधित है। इस सौदे को लेकर हेमंत गावंडे ने 2017 में एक शिकायत दर्ज की थी, जिसमें खडसे पर सरकारी खजाने को धोखा देने का आरोप लगाया गया था।
बीजेपी की सरकार में मंत्री रहते हुए गड़बड़ी करने के लगे आरोप
एकनाथ खडसे पर 2016 में महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस सरकार में राजस्व मंत्री रहते हुए अपने पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगा है। आपको बता दें कि एकनाथ खडसे 2020 में एनसीपी में शामिल हुए हैं। उससे पहले वो साल 1980 से भाजपा में थे। उन पर आरोप हैं कि पुणे के भोसारी में 3.1 एकड़ का MIDC प्लॉट 3.7 करोड़ रुपये की कीमत पर खरीदा गया था, जबकि उसकी वास्तविक कीमत 31 करोड़ रुपये से अधिक थी।
2018 में ACB ने दी थी क्लीन चिट
इस मामले में 2017 में महाराष्ट्र एंटी करप्शन ब्यूरो ने प्राथमिकी दर्ज की थी। इसमें एकनाथ खडसे के साथ-साथ उनकी पत्नी मंदाकिनी, चौधरी और मूल भूमि मालिक अब्बास अकानी का नाम शामिल था। हालांकि, एसीबी ने 2018 में इस मामले में एकनाथ खडसे को क्लीन चिट दे दी थी।