वसेना के नेता संजय राउत ने शनिवार को कहा कि राज्य की जनता उन लोगों को नहीं भूलेगी जिन्होंने पार्टी की पीठ में छुरा घोंपा है। राउत की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है, जब निर्वाचन आयोग ने शिवसेना के उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले खेमों को पार्टी के चुनाव चिह्न पर अपने दावों के समर्थन में दस्तावेज जमा करने को कहा है।
राउत ने मुंबई में मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि 56 साल पहले बालासाहेब ठाकरे द्वारा गठित एक पार्टी को जनता का समर्थन साबित करने के लिए दस्तावेज जमा करने को कहा गया है।’ उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र के 11 करोड़ लोग शिवसेना के समर्थन का सबूत हैं। 10-12 लोगों को रिश्वत देकर तोड़ लेना कोई सबूत नहीं है।’
दिल्ली वालों के लिए बागी विधायक हथियार बन गए हैं
राउत ने आरोप लगाया कि दिल्ली में बैठे लोगों के हाथ में बागी (विधायक) हथियार बन गए हैं, जो बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। राज्यसभा सदस्य राउत ने कहा, ‘महाराष्ट्र के लोग आपको मुंहतोड़ जवाब देंगे।’ उन्होंने कहा कि आदित्य ठाकरे को उनके राज्यव्यापी दौरे के दौरान लोगों का भारी समर्थन मिल रहा है।
महाराष्ट्र के गौरव को ठेस पहुंचाया है
राउत ने कहा, ‘जिन लोगों ने शिवसेना की पीठ में छुरा घोंपा है, जिन्होंने महाराष्ट्र के गौरव को ठेस पहुंचाया है, उन्हें राज्य के लोग कभी माफ नहीं करेंगे।’ निर्वाचन आयोग के सूत्रों ने बताया कि दोनों खेमों से दस्तावेज जमा करने के लिए कहा गया है, जिनमें पार्टी की विधायी और संगठनात्मक इकाइयों से समर्थन का पत्र तथा विरोधी गुटों के लिखित बयान शामिल हैं।