केंद्र पर तीखा हमला करते हुए शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को पूछा कि क्या घाटी में लक्षित हत्याओं के बीच कश्मीरी पंडितों के मौजूदा पलायन पर फिल्म बनाई जाएगी। संजय राउत ‘द कश्मीर फाइल्स’ का जिक्र कर रहे थे जो इस साल की शुरुआत में रिलीज हुई थी।
विवेक अग्निहोत्री द्वारा निर्देशित यह फिल्म 1990 के दशक की शुरुआत में जम्मू-कश्मीर से कश्मीरी पंडितों के पलायन के बारे में थी। फिल्म को कई भाजपा शासित राज्यों में कर-मुक्त कर दिया गया था और कई शीर्ष मंत्रियों और भगवा पार्टी के नेताओं द्वारा शानदार समीक्षा के साथ इसका समर्थन किया गया था। यह बॉक्स-ऑफिस पर एक बड़ी सफल फिल्म बन गई।
घाटी में हाल के दिनों में हुई हिंदुओं की हत्या के बारे में सवाल पूछते हुआ राउत ने कहा कि क्या केंद्र सरकार वर्तमान घटनाओं पर आधारित फिल्म का प्रचार करने के लिए शहर-शहर जाएगी।
शिवसेना नेता ने ट्विटर पर कहा, “कश्मीरी पंडितों को मार दिया जाता है और घाटी छोड़ने के लिए मजबूर किया जाता है। द कश्मीर फाइल का प्रचार करने वाले चुप हैं! क्या वे अब मौजूदा हालात पर कश्मीर फाइल्स-2 बनाएंगे? क्या पीएम इस सीक्वल को भी प्रमोट करेंगे? इतिहास को छुपाना नहीं चाहिए, वर्तमान को भी स्वीकार नहीं करना चाहिए।”
राउत का बयान जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा श्रीनगर में तैनात 177 कश्मीरी पंडित शिक्षकों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने का आदेश देने के एक दिन बाद आया है। आपको बता दें कि हाल में हुई हत्याओं के बाद वहां कश्मीरी पंडित सहम गए हैं और पलायन करने के लिए मजबूर हैं।
इससे पहले शुक्रवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने घाटी में लक्षित हत्याओं को लेकर केंद्र पर हमला करते हुए कहा, “उन्हें यानी कश्मीरी पंडितों को घर वापसी के सपने दिखाए गए थे, लेकिन अब उन्हें मारा जा रहा है।” ठाकर ने घोषणा कीस “हम उन्हें नहीं छोड़ेंगे। महाराष्ट्र कश्मीरी पंडितों का समर्थन करेगा। हम हर संभव मदद प्रदान करेंगे।”
आपको बता दें कि 1 मई के बाद से जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा लक्षित हमलों में कम से कम आठ नागरिक मारे गए हैं।