राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी एनसीपी के सर्वेसर्वा और पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार ने लखीमपुर खीरी मामले में मोदी सरकार पर तंज कसा है। पवार ने कहा कि बीजेपी की तरफ से सत्ता का दुरुपयोग शुरू है। किसानों की आवाज़ दबाने की कोशिश की जा रही है। लेकिन इसमें केंद्र को सफलता नहीं मिलेगी। एक पत्रकार परिषद के दौरान शरद पवार ने यह बातें कही।
दो राज्यों के मुख्यमंत्रियों को रोका गया, किसान नेताओं को रोका गया। एक तरह से किसानों की आवाज़ को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन देश का विपक्ष किसानों और उनके आंदोलन के साथ है। देश का किसान बीजेपी को सबक जरूर सिखाएगा। केंद्र हो या राज्य लखीमपुर खीरी की घटना की जिम्मेदारी बीजेपी की है। अपने हक के लिए किसानों को आंदोलन करने का पूरा अधिकार है।
क्या बोले शरद पवार
पवार ने कहा कि देश के किसान कुछ मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे है। जिसे एक साल पूरा हो चुका है। दिल्ली की सीमा पर किसानों का एक समूह आंदोलन कर रहा है। जनवरी महीने में किसानों ने दिल्ली आने का प्रयत्न की तब भी उनकी आवाज़ को दबाया गया।
बीजेपी पर पूरी जिम्मेदारी
शरद पवार ने लखीमपुर खीरी की घटना के लिए बीजेपी को जिम्मेदार माना है। उन्होंने कहा कि किसानों पर बीजेपी के लोगों द्वारा गाड़ी चढ़ाने और आंदोलन को दबाने का काम पूरे देश ने देखा है। इस पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के विद्यमान जज से करवाई जानी चाहिए। इस मामले का सिर्फ निषेध करने से काम नहीं चलेगा।