भारत के 15वें राष्ट्रपति चुनाव में मतदान का दौर जारी है। दिल्ली से लेकर राज्यों की विधानसभाओं में सांसद और विधायक वोट डाल रहे हैं। इस दौरान 4 हजार से ज्यादा सांसद और विधायक सर्वोच्च पद के लिए उम्मीदवार के नाम पर मुहर लगाएंगे। एक ओर जहां NDA की तरफ से झारखंड की पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू मैदान में हैं। वहीं, विपक्ष के साझा उम्मीदवार पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा हैं। इधर, सोमवार से संसद का मानसून सत्र भी शुरू होने जा रहा है। सत्र के दौरान जमकर हंगामे के आसार हैं।
महाराष्ट्र में शिवसेना विधायक आदित्य ठाकरे ने कहा, ‘आज के राष्ट्रपति चुनाव में शिवसेना द्रौपदी मुर्मू का समर्थन कर रही है। हमें भरोसा है कि राष्ट्रपति चुनाव किसी भी राजनीतिक चुनाव से अलग हैं। यह सर्वोच्च पद है और उचित उम्मीदवार के लिए वोट दिया जाना चाहिए। इसलिए हमने यह फैसला लिया।’
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा, ‘आदिवासी महिला का ऐसे वरिष्ठ पद के लिए खड़े होना ऐतिहासिक है। मुझे उम्मीद है कि उन्हें शानदार जीत मिलेगी। हिमाचल से सभी विधायकों ने मतदान कर दिया है। मुझे उम्मीद है कि हमारे सारे वोट उन्हें मिले हैं, वह जीतेंगी।’
राष्ट्रपति चुनाव में यशवंत सिन्हा के समर्थन का ऐलान कर आम आदमी पार्टी ने बड़ा सस्पेंस कर दिया है। खबर है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस फैसले के तार गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव से जुड़े हो सकते हैं। खास बात है कि सिन्हा को वोट देने का फैसला करने वाली आप ने विपक्ष की बैठकों से दूरी बनाई थी। साथ ही कांग्रेस के अलावा आप ही ऐसी पार्टी है, जिसकी एक से ज्यादा राज्य में सरकार है।